अखिल भारतीय सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के तत्वधान में दलित व सफाई कामगार लोगों की समस्याओं और उनके समाधानों को लेकर 14 मार्च 2021, रविवार को दिल्ली में विचार मंथन एवं चेतना संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ज्ञान चन्द जीनवाल, राष्ट्रीय महासचिव श्री सुमित चंदेल एवं अखिल भारतीय सफाई कमचारी कल्याण संघ के राष्ट्री अध्यक्ष श्री अशोक बाल्मीकि सहित समाज के कई गणमान्य कार्यकर्ता एवं सदस्यों के अलावा भाजपा एवं अन्य पार्टियों के स्थानीय नेता एवं कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विचार मंथन एवं चेतना संगोष्ठी के माध्यम से भारत के तमाम सफाई कमचारियों एवं उनकी समस्याओं को लेकर जागरूकता के कार्यों को समाज और केंद्र सरकार सहीत देश की तमाम राज्य सरकारों के सामने लाने और उन पर अमल करवाने के लिए विशेष किये जाने पर विचार किया गया।
विचार मंथन एवं चेतना संगोष्ठी के इस मंच पर विशेष तौर पर फिल्म ‘सफाईबाज’ के डायरेक्टर डाॅ. अवनीश सिंह एवं फिल्म के कलाकार मनोज पंडित को भी आमंत्रित किया गया। डाॅ. अवनीश सिंह भारत सरकार के श्रम मंत्रालय में महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे। इसलिए उन्होंने इन समस्याओं को नजदीक से देखा है और तभी वे उन समस्याओं पर फिल्म बनाने का साहस कर पाये हैं। फिल्म ‘सफाईबाज’ जल्द ही रिलीज की तैयारी में है।
इस अवसर पर डाॅ. अवनीश सिंह ने कहा कि सफाईबाजों ने हमारे लिए शहादतें तो दीं, पर उन्हें कभी शहीद का दर्जा नहीं मिल पाया। सफाई करते हुए जाने कितने ही कर्मचारियों की गटर में ही मौत हो जाती है, जबकि उस मौत को एक मामूली सी दुर्घटना या गलती मान कर भुला दिया जाता है।
कलाकार मनोज पंडित ने भी इस अवसर पर कहा कि ‘सफाईबाज’ में, मैं जिस प्रकार की भूमिका निभा रहा हूं उससे पता चलता है कि हमारे सफाई कमचारियों की समस्याएं कितनी जटील होती हैं, लेकिन फिर भी हमारी सरकारें उन्हें हल्के में लेती रहती हैं।