भारत के तमाम भविष्यवक्ता और ज्योतिषाचार्य ने अपने-अपने अध्ययन के आधार पर बताया है कि, “जल्द ही भारत में राजतन्त्र लौट सकता है, और इसमें भारत भूमि के मूलनिवासी और मूलधर्मी लोगों का भरपूर सहयोग भी मिलेगा। और यह सब इतना जल्दी होने वाला है की इसमें मात्र कुछ वर्षों का ही समय शेष रह गया है।” यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है की इस विषय पर तमाम ज्योतिषाचार्यों की अब तक की अनेकों भविष्यवाणियां सत्य साबित होती जा रही हैं।
इसी प्रकार ज्योतिषाचार्य श्री सुशील कुमार सिंह जी ने भी कहा है की, हालांकि, यह मेरी अपनी भविष्यवाणी नहीं बल्कि “भविष्यमालिका” में दर्ज है, जिसके अनुसार मैं यह अवश्य कह सकता हूं की ग्रहों की चाल के अनुसार आज के भारत की राजनीति और राजनेताओं ने देश की स्थिति को उसी दिशा की और मोड़ दिया है जहां यह कहा जा सकता है कि भारत में जल्द ही राजतन्त्र की वापसी होने वाली है।
इस बात को अन्य कई प्रमुख ज्योतिष के ज्ञाता भी जानते हैं लेकिन वे कुछ निजी कारणों या फिर राजनेताओं के डर की वजह से कह नहीं पा रहे हैं। इसलिए वे ज्योतिषाचार्य अब सिर्फ धन कमाने में ही व्यस्त हैं।
तमाम ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि आने वाले इस राजतंत्र के अंतर्गत सेना के एक सूर्यवंशी अधिकारी द्वारा भारत में राजतन्त्र की स्थापना की जायेगी! ज्योतिषाचार्यों का साफ-साफ कहना है की यहां इस बात का भी “ध्यान रखें, यह मैं नहीं कह रहा हूँ बल्कि “भविष्यमालिका” नाम की वह पुसतक कह रही है।”
आज से करीब 500 वर्ष पहले इस “भविष्यमालिका” की रचना उड़िया भाषा में की गई थी, जिसमें लिखी भविष्यवाणियों पर आज कुछ लोग अनुसंधान भी कर रहे हैं। इसी भविष्यमालिका की कई भविष्यवाणियां एकदम सच साबित हो चुकी हैं। लेकिन क्योंकि हमारा अपना मीडिया स्वयं अपने अनमोल साहित्य का प्रचार करने के बजाय विदेशी कचरे का ही झूठा प्रचार करने में लगा रहता है इसलिए हमें अपने ज्ञानके भंडार का सही से पता ही नहीं चल पाता। जबकि भविष्यमालिका की एक भविष्यवाणी कुछ वर्षों पूर्व राजनीतिक स्तर पर एकदम सच साबित हो चुकी है जिसमें कहा गया था कि “भारत में एक ऐसा राजा होगा जो पहले तो मात्र 13 दिन तक ही राज करेगा, फिर 13 महीने।” उन्हीं कुछ भविष्यवाणियों को आधार मानकर इस पर अध्ययन भी चल रहा है।
तमाम ज्योतिषाचार्यों के अनुसार “भविष्यमालिका” में यह भी लिखा है की “भारत का अंतिम प्रधामंत्री एक एक साधु के वेश में होगा।” ऐसे में यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है की कुछ लोग यहां उस भविष्यवाणी में कही गई बात को मोदी जी से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि कुछ लोग कह रहे हैं की यह व्यक्ति मोदी नहीं बल्कि आदित्यनाथ ही हैं जो भारत के अंतिम प्रधानमंत्री हो सकते हैं।
हालांकि, जानकारों के अनुसार “भविष्यमालिका” में स्पष्ट लिखा है की वर्ष 2025 से 28 के बीच भारत की स्थिति बद से बदतर हो जाएगी और उसी दौरान यहां कई सारे छोटे-बड़े रक्तपात भी होने वाले हैं। ऐसे में देश की स्थिति को बेकाबू होते देख यहां लोकतंत्र को समाप्त करना ही पड़ेगा और यह जिम्मेदारी किसी सूर्यवंशी व्यक्ति के कंधों पर आने वाली है क्योंकि कोई सूर्यवंशी ही उस स्थिति को संभाल सकता है।
“भविष्यमालिका” में यह भी स्पष्ट संकेत है की रक्तपात की स्थिति को संभालने के लिए एक व्यक्ति जिसका नाम “भ” अक्षर से प्रारंभ होता है वह सामने आएगा और वह स्वयं को भारत का राजा घोषित कर देगा। जबकि उस राजा को यहां के मूल धर्मियों और निवासियों का खुला समर्थन प्राप्त होगा। “भविष्यमालिका” में तो उस व्यक्ति का नाम भी दिया गया है लेकिन ज्योतिषाचार्य श्री सुशील कुमार सिंह जी ने उस नाम को जाहिर नहीं किया है। हालांकि, यह जरूर बताया है की वह व्यक्ति राजस्थान क्षेत्र का एक सूर्यवंशी सैनिक होगा और वही स्वयं को राजा घोषित करेगा। राजा बनने के बाद लगभग 30 वर्ष तक वह भारत पर राज करेगा और राजतन्त्र को मजबूती से स्थापित करेगा।
ज्योतिषाचार्य श्री सुशील कुमार सिंह जी का कहना है की भले ही यह भविष्य में होने वाली घटना हो लेकिन, समय आ गया है की अब हमें ऐसी भविष्यवाणियों को सामान्य नहीं मानना चाहिए, बल्कि ऐसी स्थितियों और परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि अगर यह सच होगा तो वर्तमान वाले राजनेता और पार्टियां कहाँ जायेंगे? जिसे देखते हुए इस पुस्तक में पड़ोसी देशों के साथ साथ बहुत सारे गृहयुद्धों और रक्तपातों का भी जिक्र है। और ना सिर्फ रक्तपात और युद्धों बल्कि वर्ष 2023 से 2026 के बीच कुछ तो बहुत ही बड़े स्तर की प्राकृतिक आपदाओं की भी भविष्यवाणियां लिखी है।
ज्योतिषाचार्य श्री सुशील कुमार सिंह जी का कहना है फिलहाल मैं इस पर गहन शोध कर रहा हूँ। लेकिन इतना कह सकता हूँ कि भविष्य में कुछ भी हो सकता है। क्योंकि भारत मंगल की दशा में आ रहा है। लेकिन ये भी सच है की इस भविष्यवाणी पर मैं बिना शोध के मुहर नही लगा रहा हूँ और इसको सिरे से इनकार भी नहीं कर रहा। बस थोड़ा इंतज़ार करिये। क्योंकि इनको सच सक्रिय होने में अब अधिक समय भी नहीं बचा है।
– dharmwani