हिन्दू धर्म के कुछ सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के ट्रस्ट “तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम” ने एक श्वेतपत्र जारी करते हुए खुलासा किया कि ट्रस्ट के नाम करीब 2.5 लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति है। ट्रस्ट ने बताया कि बैंकों में 16000 करोड़ रुपये के साथ-साथ 10.25 टन सोना और 2.5 टन सोने के आभूषण जमा हैं।
प्राप्त समाचारों के अनुसार हिन्दू धर्म के कुछ सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के ट्रस्ट “तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम” (TTD) ने शनिवार (5 नवंबर 2022) को श्वेत पत्र जारी करते हुए बताया कि ट्रस्ट के नाम करीब 2.5 लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति है।
ट्रस्ट द्वारा दी गई इस विस्तृत जानकारी के बाद उन सभी रिपोर्टों पर पूर्णविराम लगा दिया, जिसमें TTD द्वारा आंध्र प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के बान्ड की प्रतिभूतियों में निवेश करने की बात कही जा रही थी।
पहली बार हुआ है खुलासा –
ट्रस्ट की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार बैंकों में 16,000 करोड़ रुपये के साथ-साथ 10.25 टन सोना और 2.5 टन सोने के आभूषण भी जमा हैं। ट्रस्ट के अनुसार पूरे भारत में ट्रस्ट की 960 संपत्तियां हैं।
बताया जा रहा है कि तिरुपति बालाजी मंदिर के ट्रस्ट “तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम” की स्थापना के बाद से यह पहली बार है जब ट्रस्ट ने संपत्तियों के बारे में खुलासा किया है।
बैंकों के ब्याज और चढ़ावे में हो रही बढ़ोतरी –
प्राप्त समाचरण के अनुसार बताया जा रहा है कि तिरुपति में भक्तों द्वारा चढ़ाए जा रहे नकद और सोने में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके कारण मंदिर की संपत्तियों में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। इसके अलावा बैंकों से मिलने वाले ब्याज के कारण भी यह बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
ट्रस्ट के अनुसार वर्ष 2022-23 में 3,100 करोड़ का बजट पेश किया गया था, जिसमें से 668 करोड़ रुपये तो बैंकों से मिलने वाले ब्याज के ही थे। इस विषय पर मंदिर के अधिकारियों ने आगे कहा कि ट्रस्ट द्वारा संपत्तियों का जो विवरण दिया गया है उनमें कुछ प्राचीन आभूषणों और कुछ अन्य गेस्ट हाउस आदि को शामिल नहीं किया गया है।
कई कंपनियों से भी अधिक है ट्रस्ट की संपत्ति –
आकड़ों के मुताबिक इस समय तिरुपति मंदिर की संपत्ति भारत के कई बड़े कारोबारों से भी अधिक है। जानकारों के अनुसार 4 नवंबर (शुक्रवार) को शेयर बाजार के बंद होने तक विप्रो की मार्केट वैल्यू 2.14 लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी। जबकि, अल्ट्राटेक सीमेंट का मार्केट वैल्यू 1.99 लाख करोड़ दर्ज की गई थी। इसके अलावा मल्टीनेशनल कंपनी नेस्ले की भारतीय इकाई की वैल्यू भी 1.96 लाख करोड़ ही थी।
इसके अलावा ONGC (Oil and Natural Gas Corporation) और NTPC जैसी सरकारी कंपनियों की वैल्यूएशन भी मंदिर की संपत्तियों से कम है। जबकि भारत की सिर्फ दो दर्जन कंपनियों की वैल्यूएशन ही मंदिर ट्रस्ट की संपत्ति से अधिक है। इन कंपनियों में रिलायंस और टाटा संस भी शामिल है।