तक़रीबन दस साल की मोहब्बत के बाद जब दोनों की शादी नहीं हो सकी तो लड़की ने लड़के से संबंध विच्छेद करने का फैसला किया।
बेहद मायूस होकर उसने लड़के को उसी पार्क में बुलाया जहां वे अक़्सर मिला करते थे ।
तय वक़्त पर दोनों की मुलाक़ात के बाद उसी बेंच पर एक साथ बैठ लड़की ने लड़के से बड़े दुःखी मन से कहा कि “अब हमारे मिलने का कोई लाभ नहीं । आज से हमारे रास्ते अब अलग हुए । तुम अपने रास्ते , मैं अपने रास्ते” ।
लड़का रोता हुआ उठ खड़ा हुआ औऱ लड़की के गले लग गया ।
लड़की ने एक झटके में उस लड़के को ख़ुद से दूर कर दिया और निराशा भरे लहज़े में कहा… “अब दूरी ही ठीक है, बेकार समय नष्ट करने से कोई लाभ नहीं”।
लड़का अपने आँसू को पोंछते हुए फ़िर अपने हाथों से उस लड़की के हाथ को पकड़ अपने पास खींचा औऱ सिसकते हुए कहा…. “एक दूसरे से जुदा होना तुम्हारे लिए आसान हो सकता है लेकिन मेरे लिए ये संभव नहीं है । मैं तुम्हारे बिना जिंदा नहीं रह पाऊँगा…..कसम से” ।
लड़की भी थोड़ी भावुक हो गई और उसे समझाने लगी….”देखो, मैं तुम्हारे जज्बातों को समझ रही हूँ लेकिन अगर हमारे परिवार वाले राजी नहीं हैं तो फ़िर हम क्या कर सकते हैं”…..!
दोनों के इस अंतिम प्रेमालाप को बहुत देर तक गौर से देख रहा पार्क का दरबान गुस्से में भड़क गया औऱ उसने चिल्लाकर अपना डंडा पटकते हुए कहा……” सालों, भागते हो कि नहीं यहाँ से…यहाँ गुटरगूँ करने पर कल से बेहद सख़्त प्रतिबंध है…..अंधों, वो सामने इतना बड़ा बड़ा सूचना लिखा नहीं दिखता तुमलोगों को “….!
दरबार की सख़्ती के बाद डर के मारे दोनों हड़बड़ा गए और लड़का पूरब दिशा की ओर 25 मीटर प्रति सेकेंड की रफ़्तार से भागा जबकि लड़की दक्षिण की दिशा में 19 मीटर प्रति सेकेंड की रफ़्तार से भागी ।
तो दोस्तों, अब ये बताएं कि ठीक 3 घंटे बाद दोनों के बीच की दूरी क्या होगी औऱ दोनों को पुनः इसी गति से एक दूसरे से मिलने में कितना समय लगेगा….?
……..माफ़ी चाहूँगा दोस्तों , मुझें कुछ सूझ नहीं रहा था इसलिए आज प्रेम कहानी में गणित घुसा दिया……!!