
मोदी के लिए गाय माई नहीं कमाई है।
नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का गाय प्रेम किसी से छिपा नहीं है,
लेकिन ये प्रेम मासूम भक्ति का नहीं, बल्कि सियासी कमाई और गौ-हत्यारों के चंदे का घिनौना खेल है!
गाय को माई कहकर, उसे पूजनीय बताकर,
ये लोग न सिर्फ़ भावनाओं का दोहन करते हैं,
बल्कि गाय के नाम पर करोड़ों का चंदा लेकर,
गौ-हत्यारों के साथ साठगांठ करके एक पूरा आर्थिक और राजनीतिक साम्राज्य खड़ा कर चुके हैं।
ये है वो आक्रामक सच, जिसे सुनकर हर सच्चे गौभक्तों का खून खौल उठेगा!
गाय के नाम पर ये सरकार क्या-क्या नहीं बेच रही?
गौमूत्र, गोबर, गाय के नाम पर चंदा, और यहाँ तक कि गौशालाओं के नाम पर सरकारी खजाने की लूट!
गाय को माई कहने वाले ये लोग, असल में गाय को सिर्फ़ कमाई का जरिया मानते हैं। और
सबसे शर्मनाक? ये लोग गौ-हत्यारों से, उन बूचड़खानों के मालिकों से, जो गायों का खून बहाते हैं,
करोड़ों का चंदा लेते हैं और फिर उसी पैसे से गाय की रक्षा का ढोंग करते हैं!
ये है इनका असली चेहरा
गाय के खून से सनी तिजोरी को भरना और फिर माई-माई का जाप करना!
गाँवों में किसान भुखमरी से जूझ रहे हैं,
फसलें बर्बाद हो रही हैं, लेकिन मोदी जी के लिए गाय सिर्फ़ वोट बैंक और मुनाफे का साधन है।
गौशालाएँ बनती हैं, लेकिन उनमें गायों की हालत बद से बदतर! भूख से तड़पती गायें, गंदगी में सड़ती गायें—
ये है इनके गाय प्रेम का सच! और ऊपर से, गौ-हत्यारों से चंदा लेकर, ये लोग गौशालाओं में दो हज़ार का दान देकर दानवीर बनने का नाटक करते हैं।
क्या ये गाय की इज्जत है? नहीं,
ये तो गाय के नाम पर लूट और पाखंड का तमाशा है!
गौरक्षा का ढोंग तो और भी खतरनाक है!
गौ-हत्यारों से चंदा लेकर, उनके काले धंधों को संरक्षण देकर, और फिर गाय को माई कहकर वोट बटोरना—
ये है इनकी नीति!
फिर चंदे की मलाई खाना—ये है इनका असली गाय प्रेम!
क्या कभी सुना कि मोदी जी ने गायों के लिए ठोस नीतियाँ बनाईं?
क्या कभी देखा कि गौशालाओं में गायों को सही खाना-पीना मिलता हो? नहीं!
क्योंकि इनका मकसद गाय की सेवा नहीं, गाय के नाम पर कमाई और गौ-हत्यारों से चंदा है।
गाय के नाम पर बने ट्रस्ट, गाय के नाम पर बिकने वाले प्रोडक्ट्स, गाय के नाम पर इकट्ठा होने वाला चंदा—
सब इनके अपने जेब में जाता है।
ये लोग गाय को माई नहीं, बल्कि अपनी तिजोरी का ताला मानते हैं!
हिंदुस्तान के लोग, जागो!
गाय हमारी संस्कृति का हिस्सा है,
लेकिन इसे सियासी हथियार बनाना बंद करो।
गाय की रक्षा तब होगी, जब गौ-हत्यारों से चंदा लेना बंद होगा, जब किसानों को सशक्त किया जाएगा,
जब गौशालाओं में गायों को सम्मान मिलेगा, न कि तब जब गाय के नाम पर हिंसा, लूट, और चंदे का तमाशा चलेगा। मोदी जी, गाय को माई कहना बंद करो,
क्योंकि तुम्हारा गाय प्रेम सिर्फ़ गौ-हत्यारों से चंदे का खेल है—और ये खेल अब जनता समझ चुकी है!
बस, अब और नहीं!
गाय के नाम पर ये धंधा और पाखंड बंद होना चाहिए!
(स्वामी त्रिभुवनदास जी की वाल से)
#मोदी #बीजेपी #1008.Guru स्वामी प्रत्यक्चैतन्यमुकुन्दानन्द गिरिः