पांच दिवसीय उत्तराखण्ड प्रवास पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु जी महाराज
केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के कपाट उद्घाटन के अवसर पर रहेंगे मौजूद।
हरिद्वार || दूसरे चरण में 12 दिनों की “गौ प्रतिष्ठा पंजाब यात्रा” के बाद मंगलवार को ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज हरिद्वार के कनखल स्थित श्रीशंकराचार्य निवास पहुँचें। धर्म नगरी हरिद्वार में एक दिन प्रवास के बाद 9 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेंगे। मंदिर के कपाटोद्घाटन में सम्मिलित होंगे।
यहां प्रेस को जारी एक बयान में ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुन्दानन्द ने बताया कि ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य जी अपने चार दिवसी प्रवास के दौरान 9 मई को केदारनाथ धाम पहुँच कर 10 मई को मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर उपस्थित रहेंगे और विश्वकल्याण के लिए भगवान केदारनाथ जी की पूजा अर्चना के बाद ज्योर्तिमठ प्रस्थान करेंगे।
11 मई को शंकराचार्य जी बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे। 12 मई को बदरीनाथ मंदिर के कपाट उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
10 मई अक्षय तृतीया को जोशीमठ में चौसठ योगिनी पूजा सम्पन्न होगी। अक्षय तृतीया में किया गया कार्य सदा के लिए हमारे जीवन से जुड जाता है। इस महत्वपूर्ण तिथि पर उत्तरभारत की धार्मिक राजधानी ज्योतिर्मठ में 64 योगिनी देवी की पूजा सम्पन्न होगी और पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज का आशीर्वाद सभी भक्तों को प्राप्त होगा।
11 मई को बदरीनाथ धाम के लिए निकलते समय ज्योतिर्मठ के आराध्यदेव भगवान नृसिंहदेव, भगवती नवदुर्गा के दर्शन कर, विष्णुप्रयाग में संगम दर्शन और भगवान विष्णु की पूजा के अनन्तर पाण्डुकेश्वर स्थित भगवान योग-ध्यान बदरी और श्री कुबेर जी के दर्शन करने के बाद हनुमान चट्टी स्थित श्रीहनुमान जी महाराज के दर्शन- पूजन कर बदरीनाथ धाम पहुँच कर रात्रि-विश्राम करेंगे।
वैशाख शुक्ल पंचमी (शंकराचार्य जयन्ती) के दिन प्रातः शुभ मुहूर्त में भगवान बदरीविशाल जी का कपाट विधि-विधान के साथ खोला जाएगा उसके अनन्तर भगवान के दर्शन कर देश- देशान्तर से आए हुए भक्तों को आशीर्वाद देकर पूज्यपाद जी महाराज देहरादून की ओर प्रस्थान करेंगे।