भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद श्री मनोज तिवारी ने मनीष सिसोदिया को सीबीआई द्वारा बुलाए जाने पर आप नेताओं के जुलूस के साथ राजघाट जाने को ड्रामा बताते हुए कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि आम आदमी पार्टी का एक नेता जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, वह खुद ही अपना जुलूस निकाल रहा है। आज सिसोदिया और केजरीवाल पर पूरी दिल्ली हंस रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी आप नेता अपना जुलूस निकाल रहे हैं और कल जब आरोप सिद्ध हो जाएगा तो जनता भी जुलूस निकालेगी।
श्री मनोज तिवारी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल लगातार देश के महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं। आज सत्येन्द्र जैन जेल में हैं और दूसरे मंत्री मनीष सिसोदिया कानून की गिरफ्त में हैं जबकि केजरीवाल भ्रष्टाचार में डूबे इन दोनों नेताओं की तुलना शहीद-ए-आजम भगत सिंह से करते हैं। उन्होंने कहा कि एक भ्रष्टाचार के आरोप में जेल के सलाखों के पीछे आरोपी कैसे देश का भगत सिंह हो सकता है? यह तुलना कर केजरीवाल ने देश के उन तमाम महापुरुषों का अपमान किया है जो देश की आजादी के लिए शहीद हो गए।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि एक तरफ पूरा देश जब महात्मा गांधी को याद कर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित कर रहा था, उस वक्त केजरीवाल या उनका कोई भी मंत्री राजघाट जाना तो दूर देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की एक तस्वीर पर भी श्रद्धांजली नहीं अर्पित की और अब जब सीबीआई मनीष सिसोदिया को सिर्फ उनके गुनाहों को लेकर पूछताछ के लिए बुला रही है, तो वे राजघाट जाकर प्रार्थना करने का ड्रामा करते हैं। उन्होंने कहा कि शराब के ठेकों को निजी हाथों में क्यों दे दिया, इस सवाल का जवाब आज तक नहीं दे पाए। शराब घोटालों के माध्यम से केजरीवाल और सिसोदिया ने बड़ा भ्रष्टाचार किया है, इस बात के कई सबूत मिल चुके हैं।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली को शराब पिलाकर लूटने का जो काम केजरीवाल सरकार ने किया है, उसको न तो दिल्ली की जनता माफ करेगी और न ही उन्हें दिल्ली के टैक्स पेयर्स इसलिए अभी जितना जश्न मनाना है केजरीवाल मना लें क्योंकि दिल्ली की जनता उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकने के बाद जश्न मनाएगी।
दिल्ली की जनता को लगता है कि केजरीवाल सरकार ने गली-मुहल्लों में जगह-जगह शराब के ठेके खोलकर युवाओं को बरबाद करने का काम किया है। केजरीवाल को इस बात की जरा भी परवाह नहीं है कि शराब की वजह से कितने घर-परिवार बर्बाद हो रहे हैं।
– जगदम्बा सिंह