![Deep Fake Technology nd crime in India](https://i0.wp.com/dharmwani.com/wp-content/uploads/2023/12/Deep-Fake-Technology-nd-crime-in-India.jpg?fit=800%2C499&ssl=1)
वैसे तो तकनीक के बहुत लाभ हैं किंतु जब तकनीक का दुरुपयोग होने लगे तो उसका उलटा असर होने लगता है। तकनीक के दुरुपयोग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता व्यक्ति की है। तकनीक के गलत इस्तेमाल की प्रवृत्ति यदि इसी प्रकार बढ़ती रही तो स्थिति बेहद घातक हो सकती है। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में दीपावली मिलन समारोह में स्वयं प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका भी एक ‘डीपफेक’ वीडियो सामने आया है, उसमें उन्हें गरबा खेलते हुए दिखाया गया है। अभी हाल के दिनों में कई नामी हस्तियों ने ‘डीपफेक’ वीडियो की बात कही है।
अब सवाल यह उठता है कि डीपफेक वीडियो बनाने वाले जब प्रधानमंत्री को भी नहीं छोड़ रहे हैं तो देश के सामान्य लोगों की क्या बात की जाये? वैसे भी किसी कीमत पर ऐसे मामलों के प्रति अनदेखा नहीं रहा जा सकता है। तकनीक के खतरों को भांपकर यदि लोगों ने तकनीक से मुंह मोड़ना शुरू कर दिया तो स्थिति और भी बद से बदतर होती जायेगी। इन्हें बातों को ध्यान में रखकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म को यह निर्देश दिया है कि डीपफेक वीडियो की शिकायत मिलने पर उसे 36 घंटे के अंदर हटायें।
– संजीव वाष्र्णेय, ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश)