फिलिपींस के रहने वाले नथानिएल अलापाइड नाम के एक सैंड आर्टिस्ट ने जब दुबई के करीब 72 किमी में फैले समुद्री तट और विशालकाय अरब रेगिस्तान को कैनवास के रूप में इस्तेमाल करके गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकाॅर्ड में अपना नाम लिखवाया तो किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि इस बेफिज़ूल के काम और होबी को भी प्रोफेशन बनाया जा सकता है।
सन 2014 से शौकिया तौर पर अपनी सैंड आर्ट की शुरुआत करने वाले नथानिएल अलापाइड का कहना है कि वह बड़ी और जटिल डिजाइनें इसलिए बनाते हैं, ताकि उसे दूर से भी देखा जा सके। क्योंकि, अभी तक जो भी आर्ट बनते आ रहे हैं वे सब पास खड़े होकर ही देखे जा सकते हैं। लेकिन, अब मैं उससे भी आगे निकलना चाहता हूं। हालांकि, समुद्र की तेज हवा और लहरों से ऐसी सेंड आर्ट जल्द मिट जाती हैं, लेकिन, इसको बनाने का मजा ही कुछ और है।
दरअसल, नथानिएल ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात के नक्शे और नेताओं की दुनिया की सबसे बड़ी सेंड आर्ट बनाकर गिनीज वल्र्ड रिकाॅर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है। नथानिएल का कहना है कि, ‘वास्तव में मैं रेत को ही अपना केनवास और कलर समझता हूं, जबकि ब्रश मैं खूद बन जाता हूं।’
नथानिएल का कहना है कि, जो लोग समुद्र के रेतीले किनारे पर छुट्टी बिताने और मौज मस्ती करने जाते हैं उनको यह एक सबक है कि आप काम और कला का कहीं भी आनंद ले सकते हैं और कहीं भी काम कर सकते हैं।
नथानिएल का कहना है कि मैं जब भी समुद्र के किनारे की रेत पर कोई आर्ट बनाता हूं तो यह तीन या चार घंटों के लिए ही होता है, और फिर जब उस समुद्र का पानी ऊपर आना शुरू होता है, तो मेरा वह आर्ट प्राकृतिक तौर पर मिट जाता है, यानी पानी में मिल जाता है। मुझे इसमें आनंद ही नहीं बल्कि एक ज्ञान भी मिलता है, मानों प्रकृति मुझे कहना चाहती है कि आप का जीवन भी इसी प्रकार से है।
44 वर्षीय इस कलाकार नथानिएल का कहना है कि, ‘रेत पर आर्ट बनाने में कभी-कभी मुझे सिर्फ एक घंटा लगता है और कभी-कभी तो कई घंटों तक मैं इन पर मेहनत किया करता हूं। वे खुद भी आश्चर्य प्रकट करते हुए बताते हैं कि कभी कभी मैं रेत पर कोई संदेश लिखता हूं तो उसके अक्षर 100 मीटर से अधिक लंबे हो जाते हैं।
अभी हाल ही में नथानिएल अलापाइड ने “दी यूएई फ्रॉम अबोव” (The UAE from above) सीरीज में नेशनल ज्योग्राफिक के लिए एक ड्राॅइंग बनाई थी। यूएई सरकार के द्वारा उनकी इस कला को काफी सराहा गया। इसके अलावा उन्होंने आम जनता को कोविड प्रतिबंधों के बारे में जागरुक करने के लिए रेत पर #STAY HOME का बड़ा सा सन्देश लिख कर दिया था जिसे आसमान की ऊंचाई से भी देखा जा सकता था।
इसके अलावा नथानिएल का जो सबसे महत्वपूर्ण कार्य रहा, वो था सन 2022 में रेत पर दुनिया की सबसे बड़ी तस्वीर बनाकर वर्ल्ड रेकाॅर्ड में नाम दर्ज करवाना। करीब 23,000 वर्ग मीटर के आकार में फैली उस ड्राॅइंग को बनाने में नथानिएल को 30 दिनों का समय लगा था। नथानिएल ने उस ड्राॅइंग के लिए चार अलग अलग रंगों वाली लगभग 12,000 टन रेत का इस्तेमाल किया था।
नथानिएल कहते हैं कि मेरी लगभग हर एक ड्राॅइंग की खासियत यही होती है कि उसको बनाने के लिए करीब 20 मीटर वर्ग का एक साफ और सपाट रेतीला मैदान चाहिए होता है। अपनी आर्ट में वे समय समय पर कई प्रकार के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक विषयों को आधार बनाकर रेत पर आकार देते हैं।
नथानिएल अलापाइड का कहना है कि मैंने इस कला को स्वयं ही सिखा, और शुरूआत में लियोनार्डो दा विंची और मोना लिसा आदि के कुछ चित्रों को रेत पर आकार दिया करता था जिसमें मैंने कोई उपकरण नहीं बल्कि सिर्फ हाथों का ही इस्तमाल किया है।
नथानिएल अलापाइड कहते हैं कि सन 2014 से पहले तक मैं एक साधारण व्यक्ति हुआ करता था। लेकिन, जब मैंने अपनी दिवंगत दादी को श्रद्धांजलि देने के लिए रेत पर एक पेड़ का बड़ा सा चित्र बनाया तो उस ड्राॅइंग के आकार को देख कर जुमेराह बीच होटल वाले काफी प्रभावित हुए और वर्ष 2015 में उस होटल ने मुझे सैंड आर्टिस्ट के रूप में पहली फुलटाइम जाॅब ऑफर कर दी। तब से लेकर आज तक मैं कुछ अन्य बड़ी कंपनियों के साथ भी काम कर चुका हूं और करीब 1900 अलग अलग प्रकार की ड्राॅइंग के माध्यम से रेत को सजा चुका हूं।
– ज्योति सोलंकी