आजकल हम भविष्य और भविष्यवाणियों को लेकर तरह-तरह के किस्से और कहानियां सुनते रहते हैं, जिनमें सबसे अधिक नास्त्रेदमस का ही नाम आता है। जबकि इसी प्रकार की भविष्यवाणियों को लेकर दूसरे स्थान पर महिला वेंगा बाबा की भविष्यवाणियों को भी सबसे अधिक पढ़ा जाता है और उन पर चर्चा की जाती है।
जहां एक ओर नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को लेकर हाॅलीवुड में वर्ष 2009 में ‘2012’ के नाम की भारी भरकम बजट वाली फिल्में बन चुकी है वहीं भारत में भी वेंगा बाबा की भविष्यवाणी को लेकर वर्ष 2013 में ‘कृष-3’ बन चुकी है।
इन सब के अलावा वेंगा बाबा ने और भी ऐसी कई सारी और महत्वपूर्ण भविष्यवाणियां की थीं जिन पर यदि हम गौर करें तो उनमें से कुछ को तो हम धीरे-धीरे सच की ओर बढ़ते देख भी रहे हैं।
- पिछले कुछ वर्षों से जिस प्रकार से ग्लेशियर पिघलते जा रहे हैं उनके विषय में भी वेंगा चेतावनी दे चुकी है कि वर्ष 2033 के आते आते पृथ्वी की बर्फ की एक मुख्य और विशाल परत गल जाएगी।
- आज हम में से कई लोग जिन कृत्रिम अंगों का प्रयोग करते देखे जाते हैं उनको लेकर भी वेंगा ने बहुत पहले ही बता दिया था कि बहुत ही जल्दी मानव कृत्रिम अंगों का निर्माण करने लग जाएगा।
- वर्ष 2066 में अमेरिका किसी ऐसे हथियार का इस्तेमाल कर सकता है जिसके कारण संपूर्ण धरती का तापमान अचानक ही बदल जायेगा।
- वेंगा कहती है कि वर्ष 2100 तक मानव एक ऐसा कृत्रिम सूरज बना लेगा जिससे धरती के अंधेरे हिस्सों को भी रोशनी मिलने लगेगी।
- वर्ष 2111 के आते-आते इंसान और रोबोट लगभग एक हो जाएंगे और उन्हें नाम दिया जायेगा साइबोर्स।
- वर्ष 2154 के आते-आते जीवों का क्रमिक विकास इतना हो जाएगा कि जानवर आधे इंसान बन जाएंगे। इस विषय पर हम अपने ही देश में यानी बाॅलीवुड में ‘कृश-3’ नाम की एक फिल्म देख चुके हैं जिसमें एक पात्र को ‘मानवर’ अर्थात मानव और जानवर का मिलाजुला रूप दिखाया गया है।
- वर्ष 2170 में पृथ्वी पर एक अति भीषण सूखा और अकाल पड़ सकता है, जिसके कारण मानव जाति को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
- वर्ष 2195 तक इंसान और ऐलियंस मिलकर पानी के नीचे नए शहर बसाने की शुरूआत कर सकते हैं।
- वर्ष 2201 के शुरूआती दौर में सूर्य की नाभिकीय क्रियाओं में कुछ बड़े बदलाव आ सकते हैं जिससे सूर्य फीका पड़ने लगेगा और तापमान गिरने लगेगा।
- वर्ष 2288 में इंसान का ‘टाइम ट्रैवल’ का सपना पूर्ण हो जायेगा जिसपर वह आज भी काम कर रहा है। ‘टाइम ट्रैवल’ यानी वह गति जिसके द्वारा पलक झपकते ही लाखों किलोमीटर की दूरी तय करना संभव हो। ‘टाइम ट्रैवल’ के कारण इंसान दूसरे ग्रहों तक बड़ी आसानी से आना-जाना करने में कामयाब हो जएगा।
- वर्ष 2480 में दो ऐसे मानव निर्मित सूर्य आपस में टकरायेंगे जो पूर्ण रूप से कृत्रिम सूर्य होंगे। और जब ये दोनों ही कृत्रिम सूर्य आपस में टकरायेंगे तो उसके बाद धरती अगले कई वर्षों तक अंधेरे में डूबी रहेगी।
– अजय सिंह चौहान