ज्योतिषाचार्य और भविष्यवक्ता सुशिल सिंह जी ने अनुसार, कुछ लोग कलियुग को लाखों वर्ष का समझ रहे हैं अन्य युगों की तरह परन्तु विभिन्न कारणों से कलियुग मात्र 5000 – 5500 साल (लगभग) का है । एक मत के अनुसार कलियुग 20423 तक है। तो जाहिर है कलि नाम का राक्षस भी कहीं पैदा हो चुका है तथा भगवान कल्कि भी।
सुशिल सिंह जी के अनुसार वर्तमान में घटित और आगे मात्र कुछ ही दिनों में घटने वाली कुछ विशेष खगोलीय घटनाएं भी उसी संयोग की और जा रही हैं जैसे ठीक महाभारत युद्ध दौर में थीं। कई प्रकार की बड़ी से बड़ी प्राकृतिक आपदाएं, महामारियां, भयंकर गर्मी का प्रकोप, धर्म का नाश, अधर्मी शासकों या राजाओं का अहंकार, निर्दोषों पर अत्त्याचार, महिलाओं के साथ ब्यभिचार, दुशाशन प्रवति के अय्याश लोगों का राजनीति में उदय आदि बता रहा है कि कलियुग का अंत 20423 से होना प्रारम्भ हो जाएग और अगले मात्र चार से पांच वर्षों में ठीक उसी प्रकार से पृथिवी की करीब-करीब 70 से 80 प्रतिशत या इससे भी अधिक आबादी ख़त्म हो जाएगी, और जो शेष बचेंगे वे श्रीहरि विष्णु के पूजक ही होंगे।
ज्योतिषाचार्य और भविष्यवक्ता श्री सुशिल सिंह जी ने यह भी कहा है कि इसी दौरान भारत भूमि कुछ ऐसी शक्तियों के हाथों में जाने की संभावना है जो सनातन विरोधी हैं। हालाँकि उसके मात्र कुछ ही महीनों या फिर लगभग एक वर्ष की अवधि के दौरान भारत फिर से अपने मूल धर्म में वापसी करेगा और पहले से अधिक क्षेत्रीय विस्तार लेकर अपनी हज़ारों वर्षों पुरानी राजतन्त्र की सत्ता का शासन ला सकता है और इसकी कमान किसी राजपूत योद्धा या सैनिक के हाथों में होगी और सनातन धर्मियों का उस राजा को खुलकर समर्थन रहेगा।
श्री सुशिल सिंह जी ने का कहना है कि वर्तमान के जितने भी ज्योतिषाचार्य और भविष्यवक्ता हैं, वे धन की लालसा में अंधे होते जा रहे हैं इसीलिए ये सब कुछ वे भी जानते हुए चुप हैं क्योंकि वे भगवान् को नहीं बल्कि व्यक्ति और राजनीति को महत्त्व दे रहे हैं और धन कमा रहे हैं। उनका कहना है कि आने वाला वर्ष 2043 का काल युग परिवर्तन का होने वाला है, ये उन हिन्दुओं को अच्छे से मालुम है जो सिर्फ अपने मूल धर्म पर टिके हैं। इसलिए आने वाले उस संकट से उनको डरने की आवस्यकता नहीं है जो अपने मूल सनातन धर्म पर टीके हैं। लेकिन ये भी सच है कि इससे बचने वाला कोई भी नहीं है।
राम और कृष्ण को भी उनके अपने धाम चले जाने के बहुत बाद लोग जान पाये की वे विष्णु अवतार थे ! रूस यूक्रेन वार आगे जाकर बड़े युद्ध का रूप ले लेगा । शिव और काली ने अभी अपनी लीला शुरु नहीं किये हैं ! जाहिर है सबकुछ 2043 के पहले ही होना है। तब तक विश्व संस्कृति के करोड़ों लोग, लगभग आधी आबादी समाप्त हो सकती है । जिसका कारण समुद्र तल का ऊपर उठ जाना तथा विभिन्न युद्ध होंगे । कई राष्ट्रों का ज़मीन छोड़कर कुछ भी नहीं बचने वाला !
ज्योतिषाचार्य और भविष्यवक्ता सुशिल सिंह जी ने अपने ये विचार एक यूट्यूब चैनल (Sattology) को दिए गए इंटरव्यू के दौरान रखे हैं। आप को बता दें कि Sattology यूट्यूब चैनल को अमेरिका में रहने वाले एक भारतीय NRI आदित्य सत्संगी चलाते हैं। आदित्य सत्संगी वेदों, पुराणों और सनातन धर्म के एक अच्छे ज्ञाता और धर्म प्रचारक होने के साथ ही एक लेखक भी हैं।