उप्र के फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पर 13 मई को वोटिंग हुई थी। यहां के एक बूथ पर एक लड़के ने 8 बार भाजपा के लिए वोट डाला और वीडियो बनाई। वीडियो में दिखने वाला शख्स राजन सिंह है।
यदि यह लड़का अपना भौकाल साबित करने के लिए वीडियो नहीं बनाता तो देश को कभी पता नहीं चलता कि चुनाव आयोग के अधिकारी किस तरह आंख बंद करके बूथ लुटवा रहे हैं। ऐसा केस न जाने कितने बूथों पर हुई होगी। चुनाव अधिकारियों की मिलीभगत से #EVM के दौर में भी बूथ लूटा जा सकता है, फर्जी वोटिंग हो सकती है, यह आज दिख गया।
वीडियो वायरल होने और विपक्ष के हंगामे के बाद इस लड़के के विरुद्ध एटा जिला के नयागांव पुलिस स्टेशन में IPC सेक्शन 171-F, 419 और लोक प्रतिनिधित्व एक्ट की धारा 132, 136, 128 के तहत FIR दर्ज किया है। साथ ही बूथ कैप्चरिंग का लाइव वीडियो वायरल होने के बाद अपनी होती फजीहत से बचने के लिए चुनाव आयोग ने पूरी टीम को सस्पेंड कर दिया है। आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस बूथ पर दोबारा मतदान की घोषणा की गई है।
चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में चुनाव अधिकारी अनिल मसीह द्वारा लोकतंत्र का अपहरण सुप्रीम कोर्ट में खुल ही चुका है। यही नहीं स्वयं चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव में मतदान के 4 से 11 दिन बाद आधे-अधूरे आंकड़े जारी कर मनमाने तरीके से अभी तक चार चरण में १ करोड़ 7 लाख वोटों को बढ़ा चुका है, जिसका मामला भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने 17C के जरिए वोटिंग डेटा जारी करने का निर्देश चुनाव आयोग को दिया है।
#EVM बनाने वाली कंपनी बेल के बोर्ड में भाजपा के चार नेताओं को स्वतंत्र निदेशक बनाकर पहले ही बैठाया जा चुका है। यह राज खुलने पर जवाब देने की जगह बेल ने अपनी वेबसाइट से निदेशकों वाला पेज ही हाइड कर दिया है।
चुनाव में जनता उत्साह से भाग लेती है, लेकिन जब चुनाव आयोग ही कंप्रोमाइज दिख रहा हो तो चुनाव केवल दिखावे के लिए ही प्रतीत हो रहा है! ऐसा एकसाथ हुई कई घटनाओं के बाद अब लगने लगा है!
#SandeepDeo @ECISVEEP