चैत्र नवरात्र (2024) के अवसर पर अष्टमी की महापूजा सम्पन्न की पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज ने प्रतिदिन की भांति भगवद्भक्तों नें महापूजा का दर्शन किया.
ध्यातव्य हो कि श्रीविद्या साधकों के लिए सर्वोत्कृष्ट पूजा के रूप में “महापूजा” की मान्यता है. देश के विभिन्न स्थानों से आए साधकगण भगवती अखिलकोटिब्रह्माण्ड नायिका राजराजेश्वरी त्रिपुर सुन्दरी भगवती श्रीविद्याम्बा देवी की महापूजा के दर्शन कर रहे हैं.
महाअष्टमी के अवसर पर अष्टोत्तरशत (१०८) बटुकों की पूजा सम्पन्न की गई जिसमें सभी बटुकों को विविध उपहार समर्पित किया गया.
श्रीविद्यामठ के व्यवस्थापक परमात्मानन्द ब्रह्मचारी ने बताया कि कल नवमी को अष्टीत्तरशत कन्या पूजा और दशमी को अष्टोत्तरशत दम्पति पूजा सम्पन्न किया जाएगा.