Skip to content
25 August 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • तीर्थ यात्रा
  • धर्मस्थल

देवी भागवत पुराण में वर्णित 108 शक्तिपीठ | List of 108 Shaktipeeth

admin 14 February 2021
Harsiddhi_Temple_Ujjain
Spread the love

देवी सती की अर्धभस्म देह को अपने कन्धों पर उठाकर जब भगवान शिव तांडव कर रहे थे उस समय इस संपूर्ण संसार में हाहाकार मच गया था। ऐसे में इस जगत के कल्याण हेतु श्री विष्णु जी ने देवी सती की अर्धभस्म देह पर अपने सुदर्शन चक्र से प्रहार कर के उसके उसे भागों में विभक्त कर दिया। और इस पृथ्वी पर जहां-जहाँ भी वे अंग और उनके वस्त्र तथा आभूषण आदि गिरे उन सभी स्थानों को शक्तिपीठ के रूप में स्थापित कर दिया गया।

हमारे सभी पुराणों में इन शक्तिपीठों के विषय पर विस्तृत विवरण और चर्चा पढ़ने को मिलती है। इसके अलावा यहां यह भी देखने को मिला है कि लगभग उन सभी पुराणों में इन शक्तिपीठों की संख्या भी अलग अलग बताई जाती है। किसी पुराण में ये संख्या 51 है तो किसी पुराण में 52 या फिर उससे भी अधिक। दुर्गा शप्त सती और तंत्र चूड़ामणि के 52 शक्तिपीठ, देवी भागवत पुराण के 108 शक्तिपीठ, कालिका पुराण के 26 शक्तिपीठ और शिवचरित्र में 51 शक्तिपीठ बताये गये हैं। इसी तरह देवीगीता के अनुसार देवी पीठों की संख्या 72 बताई गई है। कुछ अन्य ग्रन्थों में पीठों की संख्या भिन्न-भिन्न दी गयी है ।

तो चलिए देखते हैं कि महर्षि वेदव्यास जी ने शक्तिपीठों से संबंधित जनमेजय के एक प्रश्न के उत्तर में जिन शक्तिपीठ स्थानों और उनके नामों को उल्लेखित किया है, वे कौन-कौन से हैं –

    क्रम  –  स्थान  –  शक्तिपीठों  के नाम 

  1.  वाराणसी – विशालाक्षी
  2.  नैमिषारण्य – लिङ्गधारिणी
  3.  प्रयाग – ललिता
  4.  गन्धमादन – कामुकी
  5.  दक्षिणमानस – कुमुदा
  6.  उत्तरमानस – विश्वकामा
  7.  गोमन्त – गोमती
  8.  मन्दर – कामचारिणी
  9.  चैत्ररथ – मदोत्कटा
  10.  हस्तिनापुर – जयन्ती
  11.  कान्यकुब्ज – गौरी
  12.  मलय – रम्भा
  13.  एकाग्र – कीर्तिमती
  14.  विश्व – विश्वेश्वरी
  15.  पुष्कर – पुरुहूता
  16.  केदार – सन्मार्गदायिनी
  17.  हिमवतपृष्ठ – मन्दा
  18.  गोकर्ण – भद्रकर्णिका
  19.  स्थानेश्वर – भवानी
  20.  बिल्वक – बिल्वपत्रिका
  21.  श्रीशैल – माधवी
  22.  भद्रेश्वर – भद्रा
  23.  वराहशैल – जया
  24.  कमलालय – कमला
  25.  रुद्रकोटि – रुद्राणी
  26.  कार्लजर – काली
  27.  शालग्राम – महादेवी
  28.  शिवलिङ्ग – जलप्रिया
  29.  महालिङ्ग – कपिला
  30. माकोट – मुकुटेश्वरी
  31.  मायापुरी – कुमारी
  32.  सन्तान – ललिताम्बिका
  33.  गया – मङ्गला
  34.  पुरुषोत्तम – विमला
  35.  सहस्त्राक्ष – उत्पलाक्षी
  36.  हिरण्याक्ष – महोत्पला
  37.  विपाशा – अमोघाक्षी
  38.  पुण्ड्रवर्धन – पाटला
  39.  सुपार्श्व – नारायणी
  40.  त्रिकटु – रुद्रसुन्दारी
  41.  विपुल – विपुला
  42.  मलयाचल – कल्याणी
  43.  सह्याद्रि – एकवीरा
  44.  हरिश्चन्द्र – चन्द्रिका
  45.  रामतीर्थ – रमणी
  46.  यमुना – मृगावती
  47.  कोटितीर्थ – कोटवी
  48.  मधुवन – सुगन्धा
  49.  गोदावरी – त्रिसन्ध्या
  50.  गङ्गाद्वार – रतिप्रिया
  51.  शिवकुण्ड – शुभानन्दा
  52.  देविकातट – नन्दिनी
  53.  द्वारावती – रुक्मणी
  54.  वृन्दावन – राधा
  55.  मथुरा – देवकी
  56.  पाताल – परमेश्वरी
  57.  चित्रकूट – सीता
  58.  विन्ध्य – विन्ध्यवासिनी
  59.  करवीर – महालक्ष्मी
  60.  विनायक – उमादेवी
  61.  वैद्यनाथ – आरोग्या
  62.  महाकाल – महेश्वरी
  63.  उष्णतीर्थ – अभया
  64.  विन्ध्यपर्वत – नितम्बा
  65.  माण्डव्य – माण्डवी
  66.  माहेश्वरीपुर – स्वाहा
  67.  छगलण्ड – प्रचण्डा
  68.  अमरकण्टक – चण्डिका
  69.  सोमेश्वर – वरारोहा
  70.  प्रभास – पुष्करावती
  71.  सरस्वती – देवमाता
  72.  तट – पारावारा
  73.  महालय – महाभागा
  74.  पयोष्णी – पिङ्गलेश्वरी
  75.  तशौच – सिंहिका
  76.  कार्तिक – अतिशाङ्करी
  77.  उत्पलावर्तक – लीला (लोहा)
  78.  शौणसङ्गंम – सुभद्रा
  79.  सिद्धवन – लक्ष्मी
  80.  भरताश्रम – अनङ्गा
  81.  जालन्धर – विश्वमुखी
  82.  किष्किंधापर्वत – तारा
  83.  देवदारुवन – पुष्टि
  84.  काश्मीरमण्डल – मेधा
  85.  हिमाद्रि – भीमादेवी
  86.  विश्वेश्वर – तुष्टि
  87.  शंखोद्वार – धरा
  88.  पिण्डारक – धृति
  89.  चन्द्रभागा – कला
  90.  अच्छोद – शिवधारिणी
  91.  वेणा – अमृता
  92.  बदरी – उर्वशी
  93.  उत्तरकुरु – ओषधि
  94.  कुशद्वीप – कुशोदका
  95.  हेमकूट – मन्मथा
  96.  कुमुद – सत्यवादिनी
  97.  अश्वत्थ – वन्दनीया
  98.  कुबेरालय – निधि
  99.  वेदवदन – गायत्री
  100.  शिवसन्निधि – पार्वती
  101.  देवलोक – इन्द्राणी
  102.  ब्रह्मामुख – सरस्वती
  103.  सूर्यविम्ब – प्रभा
  104.  मातृमध्य – वैष्णवी
  105.  सतीमध्य – अरुन्धती
  106.  स्त्रीमध्य – तिलोत्तमा
  107.  चित्रमध्य – ब्रह्मकला
  108.  सर्वप्राणीवर्ग – शक्ति

dharmwani.com

About The Author

admin

See author's posts

57,132

Like this:

Like Loading...

Related

Continue Reading

Previous: सभी 51 शक्तिपीठों के दर्शन एक ही दिन में | 51 Shaktipeeths in a Single Day
Next: अखंड भारत का टूटता सपना | Dream of a United India

Related Stories

Mahakal Corridor Ujjain
  • इतिहास
  • तीर्थ यात्रा
  • विशेष

उज्जैन का पौराणिक ‘रूद्र सरोवर’ आज किस दशा में है

admin 26 February 2025
shankracharya ji
  • अध्यात्म
  • धर्मस्थल
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

शंकराचार्य जी चार धाम शीतकालीन यात्रा में होंगे सम्मिलित

admin 3 December 2024
JOGULAMBA SHAKTIPEETH TEMPLE
  • तीर्थ यात्रा
  • धर्मस्थल
  • विशेष

जोगुलम्बा शक्तिपीठ मंदिर: कब जायें, कैसे जायें, कहां ठहरें?

admin 25 November 2024

Trending News

Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व marigold Vedic mythological evidence and importance in Hindi 4 1
  • कृषि जगत
  • पर्यावरण
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व

20 August 2025
Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व brinjal farming and facts in hindi 2
  • कृषि जगत
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व

17 August 2025
भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम Queen Sanyogita's mother name & King Prithviraj Chauhan 3
  • इतिहास
  • भाषा-साहित्य
  • विशेष

भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम

11 August 2025
पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें Khushi Mukherjee Social Media star 4
  • कला-संस्कृति
  • मीडिया
  • विशेष
  • सोशल मीडिया

पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें

11 August 2025
दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार BJP Mandal Ar 5
  • राजनीतिक दल
  • विशेष

दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार

2 August 2025

Total Visitor

081050
Total views : 147715

Recent Posts

  • Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व
  • Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व
  • भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम
  • पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें
  • दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved 

%d