भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि नई शराब नीति में शराब माफियाओं से मिली भगत करके केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को बर्बाद करने का न केवल काम किया है बल्कि 850 से ज्यादा दुकानें खोलने के लिए हजारों करोड़ का कमीशन भी अवैध रूप से शराब माफियाओं से लिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब ज्यादा दिन अपनी नई शराब नीति के घोटालों को छुपा नहीं सकते, क्योंकि सीबीआई जांच की मांग की गयी है और सीबीआई जांच शुरू होते ही दिल्ली सरकार के सारे शराब माफियाओं के मित्र जेल में होंगे। सीबीआई के डर से पुरानी शराब नीति को लागू करने का फैसला दिल्ली सरकार ने भले ही लिया है किन्तु अब तक जो बरबादी हुई है, उसकी भरपाई कैसे होगी? दिल्ली की बर्बादी का हिसाब तो केजरीवाल सरकार को देना ही होगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब से नई आबकारी नीति लागू हुई है तब से महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। महिला सुरक्षा की बात करने वाली केजरीवाल सरकार ने आज महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। वैसे भी शराब से सबसे अधिका पीड़ित महिलाएं ही होती हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 144 करोड़ रुपये शराब माफियाओं का माफ किया क्योंकि भ्रष्ट सिसोदिया के शराब कारोबारी मित्र कोरोना काल में शराब नहीं बेच पाए थे लेकिन दिल्ली में छोटे-छोटे उद्योग चला रहे लोगों का एक रुपया भी माफ नहीं किया, लोगों के बिजली बिल माफ नहीं किया गया। शराब कारोबारियों के प्रति इतनी सहानुभूति का क्या मतलब हो सकता है? सरकार आम जनता की बजाय शराब कारोबारियों की मदद कर रही है।
श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कोरोना को लेकर एक भी कैबिनेट मीटिंग नहीं की, लेकिन जब कोविड से लोग मर रहे थे तब शराब माफियाओं से हजारों करोड़ का कमीशन लेकर “नई शराब नीति” लाने पर तुरंत कैबिनेट मीटिंग कर दी और पाॅलिसी भी बना दी। बिना उप राज्यपाल को नोटिस दिये और नियमों की अनदेखी कर उन्होंने सिर्फ शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने और अपनी जेब भरने का काम किया।
उन्होंने कहा कि आप पार्टी के अब तक जितने भी नेता, पार्षद, विधायक, मंत्री ‘भ्रष्टाचार, बलात्कार, दंगा, रिश्वत, फर्जी डिग्री, हवाला कारोबार’ में गिरफ्तार हुए हैं उनको केजरीवाल खुद जज बनकर ईमानदारी के सर्टिफिटेक बांटते फिरते थे, लेकिन जब वे जेल में पड़े हैं या जाने वाले हैं तो केजरीवाल के ईमानदारी का ढ़ोल फूट चुका है और यह ढोल भविष्य में और अधिक फूटेगा, क्योंकि सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त है।
– जगदम्बा सिंह