Skip to content
25 August 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • नारी जगत
  • षड़यंत्र

एक हिन्दू स्त्री के अपवित्र होने का क्या अर्थ क्या है?

admin 30 January 2023
HINUD-WOMAN
Spread the love

आज हिन्दु धर्म का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि, भारत भूमि पर आक्रमण करने वाले विधर्मियों ने और उसके बाद उसी मानसिकता वाले राजनेताओं ने हमारी परंपरागत सनातन संस्कृति पर आधारित जीवन पद्धति को निशाना बनाकर इसपर अनेकों बार अनेकों प्रकार से कुठाराघात किया और यह आज भी जारी है. लेकिन जितना इसे हम अपना दुर्भाग्य कह सकते हैं उससे कहीं अधिक हमारा सौभाग्य भी रहा और आज भी हम सौभाग्यशाली ही हैं कि सनातन परम्परा और सनातन समाज और सनातन देश की महान् नारियों (Traditional Hindu women) ने अपने मुश्किल समय में भी उन षड्यंत्रकारियों को मुँहतोड़ जवाब दिया है. सनातन की महान् नारियों ने अपने शौर्य व तेजस्विता से शत्रुओं को यह बता दिया कि भारत की नारी जितनी त्यागमयी होती है उतनी ही साहसी भी हैं.

आज भले ही नारीवाद का ढोल पीटने वाले षड्यंत्रकारी नारी को अपना अधिकार दिलाने के लिए गले फाड़ रहे हैं और नारी के खिलाफ ही षड्यंत्र रच रहे हैं लेकिन प्राचीन भारत की नारियां (Traditional Hindu women) उस दौर में भी समाज में अपना स्थान माँगने नहीं गयी, और न ही आज जाती हैं. क्योंकि सनातन परम्परा में नारियों को मंच पर खड़े होकर अपने अभावों की माँग पेश करने की आवश्यकता कभी महसूस ही नहीं हुई और न ही किसी संस्था या व्यक्तिविशेष का सहारा लेकर या उनकी स्थापना के माध्यम से उसमें नारी के धार्मिक और सामाजिक अधिकारों पर वाद-विवाद किया या अपने अधिकार गिनवाए.

हिन्दू धर्म की नारी (Traditional Hindu women) ने समाज में अपने महत्वपूर्ण स्थान, कर्त्तव्य और क्षेत्र को अनादिकाल से न सिर्फ पहचाना था बल्कि उसका सम्मान भी किया और पुरुष को भी उसका महत्व समझाया और समय-समय पर याद दिलाया कि आवश्यकता पड़ने पर यही नारी पुरुष के बराबर फैसले ले सकती है और युद्ध भी कर सकती है, राजसिंहासन का कार्यभार भी संभाल सकती है और निस्वार्थ भाव से परिवार, समाज, देश व संसार को सुचारु रूप से आगे ले जा सकती है.

आज यह सोचने वाली बात नहीं बल्कि हैरानी की बात है कि अपना सर्वस्व समय और मानव जीवन को आकार देने वाली वही सनातनधर्मी नारी भला उस पुरुष के आगे अपने हाथ क्यों फैलाएगी जो खुद नारी की कृपा पर पलता है और नारी को अपना आदर्श मानकर सदा नतमस्तक रहता है? और भला एक सनातनवादी नारी अपने सामने हाथ पसारे खड़े उस पुरुष से क्या माँगे और क्यों माँगे?

हैरानी होती है कि पश्चिमी विचारधारा और मानसिकता सनातनवादी नारी को आधुनिक शिक्षा के माध्यम से सदैव बहकाती रहती है, ताकि सनातन समाज की यह नारी छोटे-छोटे कपड़ों को पहन कर अपने ही समाज से विद्रोह कर ले और उसको आँख दिखा सके.

पश्चिमी मानसिकता चाहती है कि किसी भी प्रकार से उस अवसर का लाभ लेकर सनातन के इस गौरव को एक भोग्या बनाकर उसके समाज को बिखरने पर विवश कर दिया जाय. पश्चिम यह बात अच्छी प्रकार से जानता है कि एक हिन्दू स्त्री के अपवित्र होने का क्या अर्थ है. तभी तो वह षड्यंत्रों के माध्यमों से प्रयास करता रहता है कि एक निष्ठावान और धर्मपरायण हिन्दू नारी किसी भी प्रकार से अपवित्र हो जाय, ताकि उससे जुड़ा परिवार और समाज टूटकर बिखर जाय.

जहां एक और पश्चिमी मानसिकता हिन्दू समाज और विषेशकर स्त्रीशक्ति को निशाना बनाना अपनी प्राथमिकता समझता है वहीं वह अपने खुद के समाज की स्त्रीशक्ति को कितने हद तक एक  भोग्या और खिलौना समझता है यह हमें उन्हीं की कथनी और करनियों में देखने को मिलता है. लेकिन वे इस बात को स्वीकार ही नहीं करते कि उनकी खुद की हक़ीक़त क्या है.

– अमृति देवी

About The Author

admin

See author's posts

857

Like this:

Like Loading...

Related

Continue Reading

Previous: भगवान् राम की प्रतिमा के लिए नेपाल से पौराणिक और धार्मिक पत्थर लाया गया
Next: यहाँ से आप पतियों को ख़रीद सकती हैं

Related Stories

Natural Calamities
  • विशेष
  • षड़यंत्र

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

admin 28 May 2025
  • विशेष
  • षड़यंत्र

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

admin 27 May 2025
Teasing to Girl
  • विशेष
  • षड़यंत्र

आसान है इस षडयंत्र को समझना

admin 27 May 2025

Trending News

Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व marigold Vedic mythological evidence and importance in Hindi 4 1
  • कृषि जगत
  • पर्यावरण
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व

20 August 2025
Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व brinjal farming and facts in hindi 2
  • कृषि जगत
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व

17 August 2025
भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम Queen Sanyogita's mother name & King Prithviraj Chauhan 3
  • इतिहास
  • भाषा-साहित्य
  • विशेष

भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम

11 August 2025
पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें Khushi Mukherjee Social Media star 4
  • कला-संस्कृति
  • मीडिया
  • विशेष
  • सोशल मीडिया

पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें

11 August 2025
दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार BJP Mandal Ar 5
  • राजनीतिक दल
  • विशेष

दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार

2 August 2025

Total Visitor

081122
Total views : 147823

Recent Posts

  • Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व
  • Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व
  • भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम
  • पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें
  • दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved 

%d