– ऋषि तिवारी
पंजाब सरकार द्वारा चेंज ऑफ लैंड यूज (सीएलयू), एनओसी और पंजाब सरकार द्वारा 20 रूरल इंडस्ट्रियल क्लस्टर, 15 इंडस्ट्रियल पार्क और एक एकीकृत इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने की आगामी योजना को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले से न केवल राज्य के इंडस्ट्रियल और इकनोमिक लैंडस्केप में महत्वपूर्ण बदलाव आने की उम्मीद है, बल्कि रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों तरह के रियल एस्टेट डेवलपमेंट पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पांचवें प्रगतिशील पंजाब इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन सत्र के दौरान यहां इंडस्ट्रियलिस्ट को संबोधित करते हुए इस फैसले की घोषणा की। मुख्यमंत्री की योजना पंजाब को देश में सबसे फैबरेबल इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाने की है।
यह नीति पंजाब में और अधिक इंडस्ट्रीज को आकर्षित करेगी। एक डेवलपर के रूप में, हमने चंडीगढ़ हवाई अड्डे के पास आईटी, आईटीईएस और ग्रीन इंडस्ट्रीज के लिए विशिष्ट क्षेत्रों के साथ आने की भी योजना बनाई थी जो इन व्यवसायों के लिए सही रियल एस्टेट मंच प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह राज्य में निवेश करने के लिए निवेशकों की सुविधा के लिए बुनियादी ढांचा भी तैयार कर रहा है। सरकार जल्द ही लैंड यूज चेंज (सीएलयू) और एनओसी को खत्म करने का भी इरादा रखती है, जो पहले के समय में उद्योगों को परेशान करता था और निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देगा।
मोतिया ग्रुप के डायरेक्टर श्री एलसी मित्तल ने कहा, “सरकार के इस फैसले का राज्य में रियल एस्टेट विकास पर गुणक प्रभाव पड़ेगा। राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ-साथ इंडस्ट्रियल क्लस्टर और पार्क बनाने के कदम से जहां एक ओर राज्य में इन्वेस्टमेंट भी आकर्षित होगा। यह इंडस्ट्रियल क्षेत्र के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में मदद करेगा और बिज़नेस करने में आसानी को बढ़ावा देगा और अधिक इंडस्ट्रियलिस्ट्स को पंजाब में इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह सब राज्य के रियल्टी विकास के लिए शुभ संकेत है।”
गिल्को ग्रुप के एमडी श्री तेजप्रीत गिल ने कहा, “इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप के निर्माण का आसपास के क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ेगा। यह हाउसिंग और कमर्शियल स्पेस की मांग पैदा करेगा, जिससे हम जैसे रियल एस्टेट डेवलपर्स को फायदा होगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा, यह राज्य में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को भी बढ़ावा देगा और हमारे लिए जमीन हासिल करना और नई परियोजनाएं शुरू करना आसान बना देगा।
आज अनावरण की गई नई इंडस्ट्रियल और बिज़नेस डेवलपमेंट पॉलिसी 2022 वांछितआर्थिक विकास को गति देगी। नई नीति का लक्ष्य भारी निवेश आकर्षित करना और आने वाले पांच वर्षों में अधिकतम रोजगार सृजित करना है। यह विस्तार और नए एमएसएमई, बड़ी इकाइयों, निर्यात संवर्धन और सेवा और विनिर्माण के स्टार्ट-अप सहित निवेश के सभी क्षेत्रों को प्रतिस्पर्धी प्रोत्साहन भी प्रदान करेगा।
यह नीति औद्योगिक पार्कों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों जैसे बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक रोडमैप प्रदान करेगी, जो माल और लोगों की आवाजाही को और सुविधाजनक बनाएगी और वैश्विक बाजारों से राज्य की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी।