आज समाज में जिस तरह बीमारियां बढ़ रही हैं, वैसी स्थिति में कहा जा सकता है कि यदि लोग स्वयं नहीं संभले तो बड़ी दिक्कत होगी। चूंकि, लोगों को यदि लंबे समय तक स्वस्थ रहना है तो प्राकृतिक जीवनशैली की तरफ अग्रसर होना ही पड़ेगा।
वैसे भी डाॅक्टरों के पास जाया जाये तो वे भी प्राकृतिक जीवनशैली ही अपनाने की सलाह देते हैं क्योंकि उन्हें भी यह बात अच्छी तरह पता है कि दवाईयों के भरोसे एक सीमा तक तो रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है किंतु लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए प्राकृतिक जीवनशैली ही अंतिम विकल्प है।
– सुधीर मंडल, घोड़बंकी, मधुबनी (बिहार)