प्रति वर्ष आयोजित की जाने वाली श्री अमरनाथ जी की यात्रा के लिए वर्ष 2022 की तिथि की घोषणा हो चुकी है। इस घोषणा के तहत 30 जून (बृहस्पतिवार) से यह यात्रा शुरू होगी और अगले 43 दिनों तक चलेगी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्याल ने इस बात की जानकारी दी है।
इस जानकारी के तहत बताया गया है कि जो यात्री इसमें जाने के इच्छुक हैं वे 2 अप्रैल 2022 से अपनी नजदीकी बैंकों के जरिये और आॅनलाइन भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इस यात्रा के लिए एक दिन में अधिकम 20,000 लोगों का पंजीकरण ही किया जा सकेगा। इसके अलावा श्री अमरनाथ जी की इस यात्रा के लिए निर्धारित काउंटरों पर भी श्रद्धालुओं को पंजीकरण की यानी कि रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जायेगी।
जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज कुमार सिन्हा के कार्यालय की ओर से जानकारी दी गयी है कि 30 जून से प्रारंभ होने वाली यह यात्रा कुल 43 दिनों तक चलेगी और रक्षा बंधन के दिन इसका समापन होगा। अमरनाथ जी की इस यात्रा के दौरान कोरोना महामारी के चलते जो नियम बनाये गये हैं सभी श्रद्धालुओं को उनका पालन करना होगा।
दरअसल, श्री अमरनाथ श्राइनबोर्ड के मुखिया जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर ही होते हैं, इस नाते इस बार माननीय श्री मनोज कुमार सिन्हा जी इसके मुखिया हैं और वही इसकी विधिवत घोषणा करते हैं और उन्हीं की देखरेख में प्रतिवर्ष यह यात्रा आयोजित की जाती है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से श्री अमरनाथ जी की इस यात्रा के लिए प्रशासनिक तैयारियां कर ली गई हैं। हालांकि, स्थानीय स्तर पर इस यात्रा के लिए हर वर्ष रास्तों का निर्माण और सुरक्षाव्यवस्था के लिए विशेष तौर पर व्यवस्था की जाती है। प्राप्त जानकारियों के अनुसार इस तीर्थयात्रा के दौरान परंपराओं के साथ-साथ कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का भी पालन सुनिश्चित किया जायेगा।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बताया था कि बाबा अमरनाथ के दर्शन करने के इच्छुक श्रद्धालु अप्रैल 2022 से अमरनाथ यात्रा के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। श्राइन बोर्ड ने यह भी कहा था कि दक्षिण कश्मीर में तीर्थ यात्रा के लिए विशेष आरएफआईडी आधारित वाहन ट्रैकिंग लागू की जायेगी।
श्राइन बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ एसएएसबी राहुल सिंह के अनुसार 2 अप्रैल 2022 से बैंकों के जरिये लोग अपना आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। जबकि एक दिन में अधिकम 20,000 लोगों का ही पंजीकरण किया जा सकेगा।
समुद्रतल से लगभग 13,600 फुट की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी की गुफा के रूप में पहचानी जाने वाली यह प्राचीन और प्राकृतिक गुफा कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित है। जम्मू से इस गुफा की दूरी करीब 365 किलोमीटर है।
– धर्मवाणी