जधानी दिल्ली के गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति में आयोजित ‘अयोध्या पर्व’ के अवसर पर उपस्थित उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अयोध्या, राम व अयोध्या पर्व एक दूसरे के पर्याय हैं। भगवान राम के व्यक्तित्व व कृतित्व को जीवन में उतार सकें तो यही हमारे जीवन की सार्थकता होगी। अयोध्या विश्व की सांस्कृतिक राजधानी बनेगी।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को देखना व सुनना सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि जब वह विद्यार्थी थे तो अयोध्या गए थे। रामलला को टेंट में देखा तो मन व्यथित हुआ। आराध्य भगवान राम टेंट में हैं। यह सोचा करता था।
अब जब मंदिर निर्माण शुरू हुआ तो पिछले अक्टूबर में दर्शन करने गया तो मन को आत्मिक शांति मिली। भगवान श्रीराम जिससे जो चाहते हैं, उसी से कराते हैं। माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के समय में मंदिर निर्माण हो रहा है। भगवान श्रीराम उसी को श्रेय देते हैं, जो कर सकता है। मोदी जी वह काम कर रहे हैं।
अयोध्या और राम की महिमा का ज्ञान तब हुआ जब चार जुलाई 2021 को उन्हें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का दायित्व मिला। श्री धामी ने कहा कि वह भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। उन्होंने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विधानसभा चुनाव जीते।
उत्तराखंड के इस चुनाव परिणाम से एक मिथक यह भी टूटा कि उत्तराखंड में एक बार कांग्रेस तो अगली बार भाजपा। श्री धामी ने कहा कि चुनाव का युद्ध तो जीत गए लेकिन व्यक्तिगत लड़ाई हार गए तो मन बहुत व्यथित हुआ। रामचरित मानस की एक पंक्ति जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिए को आत्मसात कर मन शांत हो गय और आज जो हूं आपके सामने हूं।
उन्होंने कहा कि भगवान उन्हीं का साथ देते हैं, जो उनका अनन्य भक्त होता है। 2013 की त्रासदी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने तत्कालीन सरकार से केदारनाथ के नए सिरे से विकास का प्रस्ताव किया था लेकिन सरकार ने स्वीकार नहीं किया।
वर्ष 2014 में माननीय मोदी जी प्रधानमंत्री हुए अब केदारनाथ धाम भव्य रूप में है। श्रीधामी ने कहा कि इस बार केदारनाथ यात्रा के सभी रिकार्ड टूटने वाले हैं। कहा कि केदारनाथ धाम की तरह बद्रीनाथ धाम का विकास किया जाएगा। इसके लिए 250 करोड़ रुपये से काम शुरू हो गया है।
– जगदम्बा सिंह