Skip to content
28 June 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • फिल्म जगत

Manoj Pundit: मिट्टी से जुड़ी कला और कलाकार का बड़े पर्दे पर नया अवतार

admin 14 February 2021
Spread the love

अजय सिंह चौहान | मनोज पंडित का नाम आज सिर्फ एक पेंटर, शिक्षक, चित्रकार और कार्टूनिस्ट के रूप में ही नहीं बल्कि फिचर फिल्मों के बड़े पर्दे पर भी एक मंझे हुए कलाकार के रूप में छाने लगा है। दूरदर्शन के कई धारावाहिकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद, जब मनोज पंडित ने बड़े पर्दे की तरफ रूख किया तो वहां भी उन्हें एक के बाद एक कई फिल्मों में अवसर मिलते चले गये।

Manoj Pundit की आने वाली फिल्में –
जल्द ही मनोज पंडित (Bhojpuri actor Manoj Pundit) की अगली हिन्दी फिचर फिल्म ‘‘सफाईबाज‘‘ 4 मार्च को रिलीज होने वाली है। उनकी इस फिल्म को लेकर जब हमने उनसे मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि ‘‘सफाईबाज‘‘ की अधिकतर शूटिंग उत्तर प्रदेश में हुई है। जबकि इसकी शुटिंग के समय ही यूपी में बनने वाली फिल्मसिटी की घोषणा भी की गई थी। और फिल्म के लेखक व निर्देशक डाॅ. अवनीश सिंह खुद भी उत्तर प्रदेश से संबंध रखते हैं जिनके कारण ये संभव हो पाया है। इसलिए इसे प्रदेश में बनने वाली फिल्मसिटी की पहली फिल्म भी माना जा सकता है।

फिल्म ‘‘सफाईबाज‘‘ की शूटिंग खत्म हो चुकी है और 4 मार्च को रिलीज होने की तैयारी में है। फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का काम भी लगभग खत्म होने वाला है। अवनीता आर्ट्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म में जाॅनी लीवर, राजपाल यादव, ओकर दाश मणिपुरी जी (फिल्म ‘पिपली लाइव’ के नत्था), उपाशना सिंह, अनुपम श्याम ओझा (सज्जन सिंह) सम्राट चतुरवेदी, मनप्रीत, ऋतु सिंह के साथ मनोज पंडित भी नजर आने वाले हैं।

मनोज पंडित की आने वाली कुछ फिल्में जिनकी शुटिंग चल रही है और कुछ पोस्ट प्रोडक्शन की तैयारी में हैं उनमें से हिन्दी फिल्मों के नाम हैं – ‘सफाईबाज‘, ‘डिफरेंट‘, ‘डिलीट फाॅर एवर‘, ‘नियत‘ और ‘पब्लिक द पावरफुल मैन‘। इसके अलावा भोजपुरी फिल्मों में ‘छोरे छिछोरे‘, ‘बाॅडीगार्ड नं. 1‘, ‘सितमगर‘ और ‘शादी के चक्कर में‘। साथ ही वे एक हिन्दी टी.वी. सीरियल ‘तफतीश’ के अलावा भी एक अन्य सीरियल में नजर आने वाले हैं।

Manoj Pundit के शुरूआती दिन –
एक सवाल के जवाब में मनोज पंडित ने बताया कि अधिकतर कलाकार हिन्दी फिल्मों के लिए मुंबई का ही रुख करते हैं लेकिन, मैंने तो दिल्ली में रहते हुए भी यह कारनामा कर दिखाया और कई पुरस्कार अपने नाम करवा लिए।

साथ ही साथ अपने सफलता के शुरूआती दिनों के बारे में भी उन्होंने बताया कि हाॅलीवुड और बाॅलीवुड के कलाकारों को भी शायद बहुत कम मौका मिला होगा कि उनमें से किसी की भी दो फिल्में एक ही दिन एक ही समय में बड़े पर्दे पर रिजील हुई हों। लेकिन, उनके जीवन एक बार ऐसा समय आ चुका है कि उनकी दो अलग-अलग भाषाओं की फिल्में ‘लव इज फोरइवर’ (हिन्दी में) और ‘दरोगा चले ससुराल’ (भोजपुरी में) एक ही दिन 21 अगस्त 2015 को एक साथ एक रिलीज हो चुकी हैं।

शाॅर्ट मूवीज का चैलेंज भी कम नहीं –
प्रोड्यूसर अनीता पंडित के ‘अनीता क्रिएशन्स’ के बैनर के तले बनी शाॅर्ट मूवी ‘‘छोटी सी चाहत‘’ के बारे में पूछने पर मनोज पंडित ने बताया कि शाॅर्ट मूविज़ में काम करना बड़े पर्दे से भी ज्यादा टेढ़ा काम होता है। वे कहते हैं कि छोटी फिल्मों की खासियत ये होती है कि इनमें किसी भी कलाकार के लिए कम से कम समय में अपनी कला का ज्यादा से ज्यादा असर छोड़ना पड़ता है।

Manoj Pundit के लिए टेलीविजन ज्यादा असरदार क्यों है –
टेलीविजन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मनोज पंडित ने कुछ खास धारावाहिकों के नाम भी गिनवा दिए जिनमें वे अभिनय कर चुके हैं, जिनमें से- दूरदर्शन पर दिखाये जाने वाले अपने समय के मशहूर धारावाहिकों में ‘खिलाड़ी’, ‘डिटेक्टिव करण’, ‘असफाक उल्ला खान’, ‘मकबूल की वापसी’, ‘कलंदर’ और ‘गोसा-ए-हाफिया’ हैं जो दूरदर्शन के अन्य चैनलों पर भी प्रसारित किये गये थे। इसके अलावा ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’, ‘भक्तांबर की महिमा’, ‘कैसी दुनिया कैसे लोग’, अंजन टीवी पर ‘चटकारा न्यूज’ (भोजपुरी), ‘गुनहगार कौन’ (भोजपुरी), और ज़ी पुरबिया पर ‘धत्तेरेकी’ प्रमुख हैं।

Manoj Pundit का छात्रा जीवन और संषर्घ –
अपने छात्र जीवन के दिनों में मनोज पंडित ने पटना के थियेटरों में जाकर अभिनय की बारीकियों को भी जाना और कई नाटकों के मंचन में हिस्सा भी लिया। दिल्ली आने के बाद उन्होंने यहां के कई प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थानों में बतौर फाइन आर्ट के शिक्षक के तौर पर रहते हुए भी कई ऐक्टिंग का साथ नहीं छोड़ा।

भोजपुरी, मैथिली और हिन्दी फिल्मों और धारावाहिकों में अपने काम के अनुभवों के बारे में वे बताते हैं कि इन सबमें अगर कुछ है तो मिट्टी से जुड़ी हुई संवेदनाएं और क्षेत्रीय संस्कृति की वो झलक है जिसकी हमें हमेशा जरूरत होती है। तभी तो वर्षों पहले बनी ‘नदिया के पार‘ जैसी फिल्म को आज भी लोग भूल नहीं पाते हैं।

Manoj Pundit का मन और मनन –
खास तौर पर हिन्दी फिल्मों के विषय में मनोज पंडित का कहना है कि वर्तमान समय के लगभग सभी निर्माता और निर्देशकों के लिए बड़े परदे पर भागदौड़ और राजनीति के अलावा शायद और कोई विषय नहीं बचे हैं। लेकिन अगर वे भी ग्रामिण परिवेश और मिट्टी की खुशबू से जुड़ी फिल्में बनाने लग जायें तो इसमें कला भी निखरती है और संस्कृति को भी लाभ मिलता है।

अपने भीतर के उस पेंटर को उजागर करते हुए उन्होंने ये भी बताया कि वे देश के कई हिस्सों में पेंटिग प्रदर्शनियां भी लगा चुके हैं। और साथ ही कई नामी पत्र-पत्रिकाओं के लिए कार्टूनिस्ट के तौर पर काॅलम चला चुके हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या अब भी वे अपनी भीतर के उस पेंटर और आज के एक्टर के बिच तालमेल बिठा पाते हैं? तो उन्होंने कहा कि दोनों ही काम मेरे लिए एक जुनून की तरह हैं और जब किसी काम को लेकर जुनून हो तो समय भी निकल आता है, सामंजस्य भी बैठ ही जाता है।

About The Author

admin

See author's posts

2,019

Related

Continue Reading

Previous: साउथ की फिल्में सबसे ज्यादा पसंद क्यों आ रहीं हैं? | The Most Liked South Indian Movies
Next: राजपाल यादव और जाॅनी लीवर की फिल्म Safaibaaz-The Scavenger का पोस्टर लाॅच

Related Stories

ruchika trailar
  • फिल्म जगत
  • विशेष

‘Radhika unsafe in home’ वेब सीरीज ट्रेलर दिल्ली में लांच

admin 20 June 2024
JE JATT VIGARH GYA
  • फिल्म जगत
  • विशेष

Filme JE JATT VIGARH GYA: फिल्म ‘जे जट्ट बिगड़ गया’ ने दिल्ली में किया प्रमोशन

admin 9 May 2024
film madgaon express
  • फिल्म जगत

Madgaon Express : नोरा फतेही फिल्म ‘मडगांव एक्सप्रेस’ में मजेदार भूमिका

admin 8 March 2024

Trending News

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास Natural Calamities 1

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

28 May 2025
मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है? 2

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

27 May 2025
आसान है इस षडयंत्र को समझना Teasing to Girl 3

आसान है इस षडयंत्र को समझना

27 May 2025
नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह Nave Word Medal 4

नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह

26 May 2025
युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है? war-and-environment-in-hindi 5

युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

23 May 2025

Total Visitor

078191
Total views : 142569

Recent Posts

  • वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास
  • मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?
  • आसान है इस षडयंत्र को समझना
  • नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह
  • युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved