22 February 2025

अध्यात्म

विष्णु वंदना : शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्। लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् वन्दे विष्णुं भवभयहरं...
ज्योतिर्मठ शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ महाराज ज्योतिर्मठ में हो रहा है एक हज़ार कन्याओं का पूजन कार्यक्रम...
इजरायल, अमेरिका और आस्ट्रेलिया से कुछ सनातन-प्रेमी लगातार “श्रीविष्णु धर्मोत्तर महापुराण” की मांग करते रहते हैं। हालाँकि,...
यह यथार्थ है कि जितने लोग भी गणेश विसर्जन करते हैं उन्हें यह लेश मात्र पता नहीं...
योगवशिष्ठ में एक बहुत महत्वपूर्ण आख्यायिका आती है। यह उपाख्यान जीवन के उद्देश्य रहस्यों और मृत्यु के...