झंडेवालान माता का सिद्धपीठ मंदिर राजधानी दिल्ली के लगभग मध्य और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रा करोल बाग में, देश बंधु गुप्ता रोड पर, झंडेवालान एक्सटेंशन में स्थित है। दरअसल यह करोलबाग एरिया व्यावसायिक रूप से दिल्ली के लिए बहुत ही व्यस्त इलाका है। इसके अलावा यहां के रास्ते भी ज्यादा चैढ़े नहीं है इसलिए यहां किसी भी समय टैªफिक की समस्या देखने को मिल जाती है।
आप दिल्ली के किसी भी क्षेत्रा में हों, यहां तक पहुंचने और दिल्ली के ट्रैफिक से बचते हुए मेट्रो ट्रेन के सहारे सबसे आसानी से पहुंच सकते हैं। लेकिन अगर आप झंडेवालान माता मंदिर तक आटो, टैक्सी या फिर बस में बैठकर आना-जाना करना चाहते हैं तो फिर ये तय नहीं है कि आपको इसमें तय समय के अलावा और कितना अधिक समय लग सकता है।
झंडेवालान माता का सिद्धपीठ मंदिर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मात्रा 2 किमी की दूरी पर है। ऐसे में अगर आप यहां नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पहाड़गंज की तरफ वाले गेट से बाहर निकलते हैं तो यह दूरी और भी कम हो जाती है।
यहां इस बात कर भी ध्यान रखना होगा कि स्टेशन से पहाड़गंज की तरफ वाले गेट से बाहर निकलने के बाद अगर आपको यहां का लोकल ट्रैफिक मिलता है तो आप घबराएं नहीं और मंदिर की तरफ पैदल भी निकल सकते हैं और थोड़ा आगे चलने के बाद आपको पहाड़गंज थाने की एक व्यस्त लाल बत्ती मिलेगी।
पहाड़गंज थाने की इस लाल बत्ती को पार करने के बाद आप चाहें तो यहां से भी आगे पैदल जा सकते हैं या फिर यहां से आप आॅटो में या बैटरी रिक्शा या फिर साइकिल रिक्श में बैठकर सीधे मंदिर तक जा सकते हैं।
झंडेवाली माता का यह प्रसिद्ध मंदिर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मात्रा 2 किमी की दूरी पर है। इसके अलावा सब्जीमंडी रेलवे स्टेशन और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से इस मंदिर की दूरी करीब 2.5 किमी है। यहां भी आपको लोकल ट्रैफिक की समस्या देखने को मिल सकती है। जबकि निजामुद्नि रेलवे स्टेशन से यह दूरी करीब 10 किमी है।
इसे भी पढ़े: हरिद्वार-ऋषिकेश जा रहे हैं तो माता कुंजापुरी के भी दर्शन करते आना | Kunjapuri Devi in Uttarakhand
अगर हम यहां बस अड्डे की तरफ से आने वाले यात्रियों की बात करें तो महाराणा प्रताप बस अड्डे से इसकी दूरी करीब 6 किमी है जबकि, आनंद विहार बस अड्डे से यह दूरी करीब 20 किमी और निजामुद्दिन बस अड्डे से यह दूरी करीब-करीब 12 किमी है।
यहां एक सबसे अच्छी और महत्वपूर्ण बात यह है कि आप यहां तक चाहे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से या फिर पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से, सब्जीमंडी रेलवे स्टेशन से या फिर निजामुद्दिन या फिर आनंद विहार रेलवे स्टेशन से आ-जा रहे हों, या फिर चाहे आप यहां महाराणा प्रताप बस अड्डे से या फिर आनंद विहार बस अड्डे से ही क्यों न आना-जाना कर रहे हों, अगर आप यहां मेट्रे ट्रेन से आना-जाना करते हैं तो आप करीब-करीब अपने निर्धारित और नियमित समय पर यात्रा कर पायेंगे। लेकिन अगर आप यहां ऑटो से या फिर टैक्सी से आना-जाना करते हैं तो फिर यहां के ट्रैफिक में फंस सकते हैं और यहां का ट्रैफिक आपका आवश्यकता से अधिक समय ले सकता है।
ध्यान रखें कि यह मंदिर कोई बहुत बड़ा और विशाल आकार वाला या फिर बहुत बड़े और खुले प्रांगण वाला नहीं है। फिर भी इसमें कई प्रकार की व्यवस्थाएं देखने को मिल जाती है। मंदिर एक दम व्यवथित, स्वच्छता और शांत और दिव्य वातावरण का आभाष कराता है।
मंदिर के पास ही में सड़क के किनारे प्रसाद और फूलों की दुकाने दिख जाती हैं। इसके आलवा आपको यहां अपने जूते-चप्पल जमा करवाने के लिए भी एक सुरक्षित और व्यवस्थित व्यवस्था देने के लिए कुछ स्वयंसेवी लोगों के मुस्कुराते चेहरे दिख जायेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली पुलिस के सिपाहियों को मंदिर के बाहर हर वक्त देखा जा सकता है।
#dharmwani