“आदिपुरुष” जैसी हिंदू धर्म विरोधी फिल्म को लेकर चल रहे विवाद के बीच “एकम सनातन भारत” (Ekam Sanatan Bharat Dal) दल उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं के द्वारा शुक्रवार को लखनऊ के प्रसिद्ध इस्लामिक विचारधारा से जुड़े “लुलु मॉल” (Lulu mall Lucknow) में स्थित पीवीआर सिनेमाघर में जाकर शांतिपूर्वक तरीके से आदिपुरुष का विरोध किया गया। राजनीतिक स्तर पर देखा जाए तो आज मात्र एक यही पार्टी है जो इस फिल्म का विरोध कर रही है, जबकि अन्य सभी राजनीतिक पार्टियां इस फिल्म के पक्ष में दिख रहीं हैं।
इस प्रदर्शन के दौरान एकम सनातन भारत दल के प्रदेश संयोजक विंग कमांडर पुष्कल द्विवेदी ने स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ लोगों को आदिपुरुष ना देखने के लिए समझाया और साथ ही यह भी कहा कि, आप फिल्म देखना ही चाहते हैं तो कोई अन्य फिल्म देख लें लेकिन अपने धर्म के खातिर आप लोगों से अनुरोध है की आदिपुरुष (Adipurush) का बहिष्कार किया जाए, और न सिर्फ बहुस्कार किया जाय, अपितु इस बहिष्कार में आप लोग हमारे साथ आकर हमारी आवाज को बुलंद करने में हमारा सहयोग भी करें।
इस अवसर पर एकम सनातन भारत पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस घटिया मानसिकतावादी और सनातन के अपमान के लिए बनी आदिपुरुष (Adipurush)फिल्म का बहिष्कार न सिर्फ हमारा बल्कि अन्य उन सभी राजनीतिक पार्टियों का भी दायित्व बनता है, लेकिन क्योंकि वे पार्टियाँ सिर्फ हिंदू वोट पाने के लिए छद्म हिंदू रूप धारण करतीं हैं और चुनावी मौसम में हिंदू बनकर असली हिंदुओं को बहकाते रहते हैं इसलिए उन पार्टियों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
भोपाल सहित कई शहरों में ‘आदिपुरुष’ के विरूद्ध ESBP का प्रदर्शन
एकम सनातन भारत दल के इस प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं का कहना है की जब तक हम मॉल (Lulu mall Lucknow) में डटे रहे, फिल्म देखने जाने वाले हिंदुओं का मन भी बदला और किसी ने आदिपुरुष का एक भी टिकट नहीं खरीदा। उसके बदले खुशी-खुशी वे अन्य फिल्म देखने चले गए और हमें यह देखकर ख़ुशी हुई की हिन्दू अब धीरे-धीरे ही सही लेकिन अपने धर्म के प्रति जागरूक तो हो रहे हैं। एकम सनातन भारत दल के कार्यकर्ताओं का कहाँ है की हमारी संख्या फिलहाल भले ही कम क्यों न हो लेकिन धर्म के प्रति हमारा प्रयास और शक्ति अब मजबूत होती जा रही है।
एकम सनातन भारत के कार्यकर्ताओं का कहना था की आज आदिपुरुष को बीजेपी सहित अन्य सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों का खुला समर्थन मिल रहा है, लेकिन हमें अपने ऋषि ऋण को उतारने और सनातन धर्म की रक्षा के लिए ऐसी समाज विरोधी और घटिया राजनीति से प्रेरित फिल्मों और गतिविधियों का विरोध देश के हर राज्य और हर जिले में करना चाहिए।