अजय सिंह चौहान || पायल रोहतगी (Payal Rohatgi) आज भले ही बाॅलीवुड की कुछ जानी-मानी एवं अन्य अनेकों छोड़ी-बड़ी अभिनेत्रियों की तरह मुंबईया फिल्मों में सफल नहीं हो सकी हो लेकिन, आज के दौर में देश के भीतर जो वामपंथी राजनीतिज्ञों और राष्ट्रवादी विचारधारा के बीच वाद-विवाद का द्वंद्व चल रहा है और एक दूसरे पर हावी होने की होड़ मची हुई उस दौड़ में पायल रोहतगी भी दो-दो हाथ आजमाने के लिए कुद पड़ी है।
पायल को यह युद्ध अब इतना मजेदार लगने लगा है कि मानो उसने इसी को अपना करियर बनाने की ठान ली है। हालांकि, इस द्वंद्व में आर्थिक रूप से कुछ हासिल होने वाला नहीं है लेकिन, पायल का मानना है कि मेरे लिए आज का यह दौर ठीक उसी तरह से है जैसे वर्ष 1947 से पहले हमारे अनेकों क्रांतिकारियों ने गुलामी की बेढ़ियों को तोड़ने के लिए जोर लगाया था।
पायल रोहतगी (Payal Rohatgi) मानती है कि भले ही मैं फिल्म इंडस्ट्री में पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई हूं लेकिन, चर्चा में तो मैं उन सभी बड़ी-बड़ी अभिनेत्रियों से आगे ही हूं।
पायल रोहतगी (Payal Rohatgi) मानती है कि जहां आज के दौर में फिल्मों में काम करने वाली हर प्रकार की अभिनेत्रियों या महिलाओं के प्रति एक आम आदमी के दिल और दिमाग में छवि अच्छी नहीं होती वहीं मेरे प्रति खासकर राष्ट्रवादियों का नजरिया बदला हुआ है और वे मुझे अब इज्जत और सम्मान की नजर से देखने लगे हैं। क्योंकि राष्ट्रवादियों के नजर में अब मैं एक महान क्रांतिकारियों की गिनती में आ चुकी हूं। और यह मेरे लिए पैसे से अधिक महत्वपूर्ण है कि मुझे इज्जत मिल रही है।
पायल (Payal Rohatgi) का मानना है कि हालांकि, मैं इस लायक नहीं हूं कि मैं भी उन महान क्रांतिकारियों की तरह देश के लिए कुछ अच्छा और बड़ा कर पाऊं लेकिन, कुछ नहीं से तो अच्छा ही है कि मैं कुछ न कुछ तो अवश्य ही करूं।
पायल (Payal Rohatgi) का कहना है कि जब से मैंने अपनी बेबाक राष्ट्रवादी आवाज को सबके सामने उठाना शुरू किया है तभी से मुझे लगभग हर राष्ट्रवादी जानता है और इज्जत भी करता है। जबकि, आज के समाज में अभिनेत्रियों के प्रति लोगों के दिल और दिमाग में छवि कैसी है यह सभी जानते हैं। लेकिन, अब मैं जहां भी जाती हूं लोग मेरे सम्मान में राष्ट्रवादी और धार्मिक नारे लगाने लग जाते हैं।
पायल बड़े ही गर्व से इस बात को आगे बढ़ाती हुई कहती है कि जहां कहीं भी राष्ट्रवाद और धार्मिक नारे लगते हों वहां किसी भी महिला के प्रति हीन भावना तो हो ही नहीं सकती। वे लोग मेरे हौंसले को बढ़ाने के लिए मुझे प्रेरित भी करते हैं और समय-समय पर मुझे कई ऐसे छोटे-बड़े मंचों पर आमंत्रित भी किया जाता है जहां से मैं हजारों लोगों को ठीक उसी तरह से अपने बेबाक अंदाज में संबोधित करती हूं जैसे देश के बंटवारे से पहले कोई देशभक्त आजादी के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाकर यह काम करता था।
आज के दौर में पायल रोहतगी (Payal Rohatgi) एक बेबाक राष्ट्रवादी के रूप में सोशल मीडिया पर जानी जाती है। भारतीय फिल्म उद्योग में पायल रोहतगी आज ऐसा कार्य करने वाली एकमात्र राष्ट्रवादी और हिन्दुत्व की आवाज को देश और दुनिया के सामने लाने वाली अभिनेत्री के रूप में उभर कर सबके सामने आ चुकीं हैं। पायल का मानना है कि मेरे लिए यह एक बहुत बड़ा सम्मान है कि मैं अपने समाज और अपने धर्म के लोगों को एकजुट रखने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहती हूं।
दरअसल, राष्ट्रवादी विचारधारा और खास कर हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र के पक्ष में खुल कर अपने विचारों को व्यक्त करने वाली पायल रोहतगी के बेबाक अंदाज और निडर होकर देश के विरोधियों को ललकारने वाली आज आज एक मात्र ऐसी महिला के रूप में जानी जाती है जो निःस्वार्थभाव से सोशल मीडिया पर सबसे अधिक फालोअर्स के साथ सक्रिय है।
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वैसे तो भारतीय फिल्म उद्योग में अपना करिअर बनाने के लिए हाथ आजमाने वाली पायल ने टीवी जैसे छोटे पर्दे और विज्ञापनों के लिए भी काम किया है। पायल का मानना है कि लगभग 15 वर्षों के संघर्ष के बाद भी मैं इस उद्योग में इतनी प्रसिद्ध नहीं हुई जितना की मैं आज हूं। मेरे लिए वह समय एक बहुत ही बड़ा और खास समय था जब एक षड्यंत्र के तहत जब मुझे जेल में डाल कर डराने की कोशिश की गई लेकिन, उसके बाद तो मुझे पहले से भी ज्यादा सारे राष्ट्रवादी लोगों और राजनेताओं का सहयोग मिलता जा रहा है।
पायल का मानना है कि अब तो राष्ट्रवादियों की नजर में मैं और भी बड़ी अभिनेत्री बन चुकी हूं। अब मेरे लिए सबसे बड़े गर्व की बात यह बन गई है कि जो कोई भी राष्ट्र और राष्ट्रवाद जैसे शब्दों को नहीं जानते थे वे भी इन शब्दों का मतलब और मेरे द्वारा निःस्वार्थ भाव से किये जाने वाले कार्यों और उसके पीछे के कारणों के बारे में जानकारियां जुटाने लगे। कई लोग खुल कर मेरे समर्थन में आने लगे हैं।