चांद के दक्षिणी धु्रव पर चंद्रयान-3 की सफल साफ्ट लैंडिंग से पूरे देश में जश्न का माहौल है। पूरा देश इस उपलब्धि से गौरवान्वित है। चांद पर चंद्रयान-3 को उतार कर इसरो ने अंतरिक्ष में परचम फहराया है। अब तो कहा जा रहा है कि अगला पड़ाव सूरज और शुक्र है।
भारत से पहले चांद पर पूर्ववर्ती सोवियत संघ, अमरीका और चीन ही सफल साफ्ट लैंडिंग कर पाये हैं लेकिन ये देश भी चंद्रमा के दक्षिणी धु्रव पर ‘साफ्ट लैंडिंग’ नहीं कर पाये और अब भारत के पास इस उपलब्धि को हासिल करने का रिकाॅर्ड हो गया है। चार साल में भारत के दूसरे प्रयास में चंद्रमा पर अनगिनत सपनों को साकार करते हुए चंद्रयान-3 के चार पैरों वाले लैंडर ‘विक्रम’ ने अपने अंदर रखे 26 किलोग्राम के रोवर ‘प्रज्ञान’ के साथ योजना के अनुसार दक्षिणी धु्रव क्षेत्र में सफलतापूर्वक साफ्ट लैंडिंग की।
इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए अपनी टीम के वैज्ञानिकों को श्रेय दिया और देश के नागरिकों को बधाई दी। डाॅ. सोमनाथ ने देश के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि चंद्रमा पर हैं भारतीय और भारत चंद्रमा पर है। कुल मिलाकर इस सफलता से पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा है और इस मान-सम्मान को अनवरत इसी तरह बनाये रखने की आवश्यकता है।
– हिमांशु सिंह, आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश)