Skip to content
25 August 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • तीर्थ यात्रा
  • श्रद्धा-भक्ति

त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए कैसे जायें, कहां रूकें, कितना खर्च लगेगा?

admin 2 May 2021
Trimbakeshwar Jyotirling Temple Maharashtra
Spread the love

अजय सिंह चौहान || श्री त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Trimbakeshwar Shiva Temple) की यात्रा से संबंधित जानकारियों पर विस्तार से चर्चा करने से पहले आपको यहां हम यह भी बता दें, कि, यह मंदिर महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले में, त्रयंबकेश्वर तहसील के त्रिंबक नाम के एक बहुत ही छोटे से नगर में स्थित है। और यहां इसके आस-पास कोई बहुत बड़ा शहर या घनी आबादी नहीं रहती। जिस स्थान पर यह मंदिर आता है वह ब्रह्मगिरि पर्वत क्षेत्र कहलाता है। इसके अलावा भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी जिसको हम गोदावरी के नाम से जानते हैं उसका उद्गम भी इसी मंदिर के एक दम पास ही में है। और इसी गोदावरी नदी के किनारे भगवान शिव के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से दसवें स्थान पर माना जाने वाला और पूजा जाने वाला, श्री त्रयंबकेश्वरज्योतिर्लिंग का यह मंदिर स्थित है।

श्री त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Trimbakeshwar Shiva Temple) की यात्रा पर जाने से पहले ध्यान रखें कि त्रयंबकेश्वर जैसा पवित्र धाम, गोदावरी जैसी पवित्र नदी और ब्रम्‍हगिरी जैसा दिव्य और सुंदर पर्वत एक साथ और कहीं देखने को नहीं मिलता। मंदिर के आसपास का प्राकृतिक दृश्य बड़ा ही मनमोहक और आकर्षक लगता है। इसलिए यहां धार्मिक यात्रा के साथ-साथ अधिकतर लोग पर्यटन का भी आनंद लेते हुए देख जा सकते हैं।

कब जाना चाहिए –
वैसे तो श्री त्रयंबकेश्वर (Trimbakeshwar Shiva Temple) में श्रद्धालुओं का आना-जाना साल के बारहों महीने लगा रहता। लेकिन, अगर आप यहां अपने परिवार के छोटे बच्चों और बड़े बुजुर्गों के साथ जाना चाहते हैं तो ध्यान रखना होगा कि गर्मियों के मौसम में यहां जाने से बचें। इसलिए विशेषकर अक्टूबर से मार्च के बीच यहां की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय हो सकता है।

सड़क के रास्ते –
सबसे पहले तो यहां ध्यान रखें कि, अगर आप श्री त्रयंबकेश्वर की यह यात्रा सड़क मार्ग से करने जा रहे हैं तो यह ज्योतिर्लिंग मंदिर, नासिक शहर से 30 किलोमीटर, और नासिक रोड से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप यहां पूणे की तरफ से आ रहे हैं तो पूणे से यह मंदिर 240 किलोमीटर, और औरंगाबाद से आने पर 210 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। लेकिन, अगर आप यहां मुंबई से आ रहे हैं तो यह 175 किलोमीटर की दूरी पर पड़ेगा।

हवाई जहाज से –
त्रयंबकेश्वर के लिए हवाई जहाज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा, मुंबई का छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा है, जो यहां से 175 किलोमीटर की दूरी पर है। जबकि दूसरा हवाई अड्डा औरंगाबाद में है जो यहां से 210 किलोमीटर की दूर है। इसके बाद की यह दूरी भी आपको सड़क से ही पार करना होता है।

ट्रेन से त्रयंबकेश्वर –
Nasik Road railway station Central Railwayयहां हम खास तौर से बात करेंगे उन यात्रियों के लिए जो सबसे अच्छे साधन यानी ट्रेन से यहां तक आना-जाना पसंद करते हैं। तो अगर आप ट्रेन के माध्यम से देश के किसी भी भाग से श्री त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Trimbakeshwar Shiva Temple) के दर्शन करने के लिए आते-जाते हैं तो आपको सबसे पहले नासिक के नासिक रोड रेलवे स्टेशन पर पहुंचना होता है।

नासिक तक पहुंचने के लिए देश के किसी भी कोने से रेल द्वारा आने-जाने की अच्छी सुविधा उपलब्ध है। नासिक में स्थित नासिक रोड रेलवे स्टेशन से त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर तक की दूरी करीब 30 किलोमीटर की रह जाती है।

नासिक शहर में थोड़ा सावधान –
नासिक पहुंचने पर यहां एक और खास बात का ध्यान रखना होगा कि अगर आपकी ट्रेन, नासिक रोड रेलवे स्टेशन पर रात के समय पहुंचती है तो आप, यहां से आगे की यात्रा के लिए बाहर ना जाकर, यहीं स्टेशन पर ही रात को ठहरने का प्रयास करें और सुबह होने का इंतजार करें। क्योंकि, नासिक शहर में खास तौर पर बाहर से आने वाले मुसाफिरों या फिर अन्य किसी भी व्यक्ति या किसी भी अनजान व्यक्तियों के साथ अक्सर लूटपाट की कुछ ज्यादा ही घटनाएं होती देखी गई हैं।

स्टेशन से सीटी बस स्टैंड तक –
नासिक रोड स्टेशन से पुराना बस अड्डा करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर है। सावधानी के तौर पर, आप कोशिश करें कि ऑटो में ना जाकर, स्टेशन से बाहर निकलने के बाद, ठीक सामने की ओर जो यहां का सीटी बस स्टैंड बना हुआ है, आप वहां पहुंच जायें। क्योंकि, इस सीटी बस स्टैंड से आपको ओल्ड सीबीएस तक जाने वाली सिटी बस मिल जायेगी। जो बहुत ही कम किराये में आपको वहां तक पहुंचा देगी। ओल्ड सीबीएस यानी पुराना बस अड्डे पर पहुंचकर आपको, यहां के उस विशेष स्टैंड पर पहुंचना होता है जहां से श्री त्रयंबकेश्वर जाने वाली बसें चलती हैं।

नासिक में रेलवे स्टेशन से बाहर आने के बाद –
अगर आप यहां अपनी सहूलियत के अनुसार स्टेशन से पुराना बस अड्डे तक ऑटो या टैक्सी में ही जाना है तो इसके लिए आपको इस करीब 7 किलोमीटर की यह दूरी के लिए, शेयरिंग वाले ऑटो में कम से कम 20 रुपये एक सवारी का किराया लग जाता है। लेकिन, अगर आपके पास सामान ज्यादा है या फिर, आप यहां की लोकल सवारियों के साथ इन आॅटो में बैठकर जाना नहीं चाहते, तो आप यहां आॅटो बुक करके भी जा सकते हैं, लेकिन, उसके लिए आपको 90 से 100 रुपये देने होंगे।

मंदिर तक जाने का माध्यम –

Trimbakeshwar Jyotirling Darshan in Maharashtra
गर्भगृह में स्थित बहुत ही छोटो यानी लगभग एक-एक इंच के आकार के तीन लिंग दिखाई देते हैं। इन लिंगों को त्रिदेव- ब्रह्मा-विष्णु और महेश का अवतार माना जाता है।

ओल्ड सीबीएस से त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Trimbakeshwar Shiva Temple) की दूरी महज 30 किलोमीटर है, जिसका बस किराया 20 रुपये लगता है। लेकिन, अगर आप यहां से मंदिर तक किसी टैक्सी से जाना पसंद करते हैं तो उसके लिए आपको यहां कम से कम 600 से 700 रुपये तक देने पड़ सकते हैं।

30 किलोमीटर के इस रास्ते में आपको बहुत ही शानदार प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलते हैं। और जैसे ही आप त्रयंबकेश्वर के बस स्टैंड पर पहुंचते हैं यहां से आपको श्री त्रयंबकेश्वर का मुख्य मंदिर नजर आ जाता है।

कहां ठहरें –
अगर आप यहां देश के किसी दूर-दराज के क्षेत्र से दर्शन करने जा रहे हैं और आपने, यहां पहुंचने तक भी किसी भी होटल, धर्मशाला या फिर आश्रम में रात को ठहरने के लिए बुकिंग नहीं करवाई हो तो, ऐसे में आप यहां के श्री त्रयंबकेश्वर बस स्टैंड पर उतर कर मंदिर में दर्शन करने से पहले यहां के किसी अच्छे होटल, धर्मशाला या फिर आश्रम में रात को ठहरने का या आराम करने का इंतजाम कर सकते हैं।

लेकिन, अगर यहां रात को ठहरने की बजाय दर्शन करने के बाद, आप वापसी में सीधे निकल जाना चाहते हैं तो आपको वापसी में भी यहां के श्री त्रयंबकेश्वर बस स्टैंड से ही बस में बैठकर नासिक के ओल्ड बस स्टैंड या फिर नासिक रोड रेलवे स्टेशन के लिए ही जाना होता है।

आपको यहां यह ध्यान रखना होगा कि यह त्रयंबकेश्वर शहर कोई बहुत बड़ा या घनी आबादी वाला शहर नहीं है। बल्कि, यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित त्रयंबकेश्वर तहसील के त्रयंबक नाम का एक साधारण कस्बा है। यहां यह भी ध्यान रखें कि त्रयंबक नाम का यह एक अति प्राचीन और पौराणिक महत्वपूर्ण का कस्बा है। इसलिए यहां मंदिर के आसपास ही में, आपको अधिकतर धर्मशालाओं, आश्रमों और प्राइवेट होटलों में ठहरने के लिए आसानी से कमरा मिल जायेगा।

कुछ विशेष निवास स्थान –
अगर आप यहां रात को ठहरने के लिए कोई अच्छा सा कमरा तलाश रहे हैं तो ध्यान रखें कि यहां आप श्री त्रयंबकेश्वर मंदिर ट्रस्ट की ओर से शिव प्रसाद भक्त निवास में कमरा ले सकते हैं। श्री त्रयंबकेश्वर मंदिर ट्रस्ट का यह शिव प्रसाद भक्त निवास त्रयंबकेश्वर बस स्टैंड के पास ही में स्थित है। यहां आपको एसी कमरा कम से कम 1,000 रुपए में और नाॅन एसी कमरा 250 रुपए में मिल जाता है।

लेकिन अगर आपको यहां यानी शिव प्रसाद भक्त निवास में कमरा नहीं मिल पाता है तो परेशान ना हों और उसके विकल्प के तौर पर श्री त्रयंबकेश्वर शहर में प्रवेश करने पहले ही श्री गजानन महाराज के भक्त निवास में भी पहुंच कर तलाश कर लेनी चाहिए। क्योंकि यहां आपको कमरा बहुत आसानी से मिल सकता है। श्री गजानन महाराज भक्त निवास में एक एसी कमरा कम से कम 800 रुपए से 2,500 रुपए तक में और नाॅन एसी कमरा आपको 300 रुपए में मिल जाता है।

भोजन व्यवस्था –
श्री गजानन महाराज के भक्त निवास की कैंटिन में अगर आप भोजन का आनंद लेते हैं तो आपकी इस यात्रा के लिए यह सबसे यादगार और सबसे स्वादिष्ट भोजन साबित हो सकता है। यहां आपको भरपेट भोजन की एक थाली 35 रुपये में मिल जाती है। इसके अलावा यहां बच्चों के लिए दूध और बड़ों के लिए चाय, काॅफी का विशेष प्रबंध मिल जाता है।

श्री गजानन महाराज भक्त निवास की स्वच्छता, सुंदरता और यहां का शांत वातावरण यहां ठहरने वाले सभी श्रद्धालओं का मन मोह लेती है। इसलिए यहां आने वाले अधिकतर यात्री सबसे पहले श्री गजानन महाराज भक्त निवास में ही ठहरना पसंद करते हैं।

अन्य विश्रामालय –
अगर आपको शिव प्रसाद भक्त निवास और श्री गजानन महाराज के भक्त निवास के दोनों ही स्थानों पर भी कमरा नहीं मिल पाता है तो भी परेशान ना हों। क्योंकि यहां और भी अन्य अनेकों होटल, धर्मशालाएं भक्त निवास और आश्रम बने हुए हैं जहां आपको आपके बजट के हिसाब से कमरा मिल जाता है।

About The Author

admin

See author's posts

35,430

Like this:

Like Loading...

Related

Continue Reading

Previous: Trimbakeshwar Jyotirling Temple: के दर्शनों से पहले ध्यान दें
Next: झूठ बोले कोआ काटे – लाशें लगीं हैं लाइन में, मानवता है शर्मसार

Related Stories

Importance of social service according to the scriptures and the Constitution
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

धर्मशास्त्रों और संविधान के अनुसार सेवा का उद्देश्य और महत्व

admin 26 July 2025
Masterg
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

‘MAAsterG’: जानिए क्या है मिशन 800 करोड़?

admin 13 April 2025
ham vah hain jinakee pahachaan gaatr (shareer) se nahin apitu gotr (gorakshaavrat) se hai
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

हम वह हैं जिनकी पहचान गात्र (शरीर) से नहीं अपितु गोत्र (गोरक्षाव्रत) से है

admin 30 March 2025

Trending News

Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व marigold Vedic mythological evidence and importance in Hindi 4 1
  • कृषि जगत
  • पर्यावरण
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व

20 August 2025
Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व brinjal farming and facts in hindi 2
  • कृषि जगत
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व

17 August 2025
भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम Queen Sanyogita's mother name & King Prithviraj Chauhan 3
  • इतिहास
  • भाषा-साहित्य
  • विशेष

भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम

11 August 2025
पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें Khushi Mukherjee Social Media star 4
  • कला-संस्कृति
  • मीडिया
  • विशेष
  • सोशल मीडिया

पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें

11 August 2025
दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार BJP Mandal Ar 5
  • राजनीतिक दल
  • विशेष

दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार

2 August 2025

Total Visitor

081070
Total views : 147750

Recent Posts

  • Marigold | गेंदे का वैदिक और पौराणिक साक्ष्य एवं महत्त्व
  • Brinjal Facts: बैंगन का प्राचीन इतिहास और हिन्दू धर्म में महत्त्व
  • भविष्य पुराण में दर्ज है रानी संयोगिता की माता का वास्तविक नाम
  • पश्चिमी षडयंत्र और हिन्दू समाज की महिलायें
  • दिल्ली में भाजपा सहयोग मंच के पदाधिकारियों ने संस्थापक व अध्यक्ष का जताया आभार

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved 

%d