भारत सरकार ने जिस प्रकार से हमारे मंदिरों/मठों पर कब्जा किया हुआ है और इनसे प्राप्त चढ़ावे रूपी उसी आय के द्वारा हमारी यही सरकारें विधर्मी लोगों को हमारे ही विरुद्ध तृप्त किए जा रही है उसका विरोध करने और हमारे समस्त मंदिरों एवं मठों को सरकार के कब्जे से मुक्त करने को लेकर “एकम सनातन भारत” दल के द्वारा राजधानी दिल्ली में 19 जून 2023 को दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच एक विशाल धरने और प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है।
एकम सनातन भारत दल के अध्यक्ष श्री अंकुर शर्मा का कहना है कि हम देश उन तमाम हिंदू नागरिकों और अन्य संगठनों तथा हिंदू स्वयंसेवी हस्तियों का भी आह्वान करते हैं और उनसे अनुरोध करते हैं कि वे भी इसमें शामिल होकर सनातन के मठों तथा मंदिरों की मुक्ति के लिए चल रहे इस आंदोलनरूपी युद्ध में हिसा लेकर धर्म के लिए ही नहीं बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के उज्वल भविष्य के लिए भी कुछ अच्छा कार्य करने का प्रयास करें।
श्री अंकुर शर्मा का कहना है की यदि आप दिल्ली के आसपास के रहने वाले नहीं हैं और देश के किसी दूर के क्षेत्र में रहते हैं तो आप वहां से भी सोशल मीडिया के माध्यम से भी “एकम सनातन भारत” दल के इस आन्दोलन में अपने विचार रखकर अपने-अपने ग्रुप्स में और अपने परिवारों और दोस्तों के बीच इस अपनी उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं और इसकी चर्चा करके आम हिन्दुओं में जाग्रति ला सकते हैं।
“एकम सनातन भारत” दल के राष्ट्रीय महासचिव श्री संदीप देव का कहना है कि हमारे इस विशेष आंदोलन को सफल बनाने के लिए जिन सनातन प्रेमियों का सहयोग मांग रहे हैं वे ऐसा बिलकुल भी न सोचें कि हम इस आन्दोलन का लाभ अन्य राजनीतिक दालों की भांति ही हमारे दल के लिए भी ले रहे हैं, बल्कि इसका उद्देश्य तो यही है कि यदि हम अपने मंदिरों को सरकार के कब्जे से मुक्त करा लेते हैं तो इन मंदिरों और मठों से प्राप्त दान रूपी आय के द्वारा अपने धर्म, अपनी शिक्षाव्यवस्था और हिन्दू इको सिस्टम यानी हिन्दुओं के आपसी सहयोग एवं आपसी उन्नति के उदेश्यों के अनुसार उपयोग कर सकते हैं।
श्री संदीप देव ने आगे कहा कि जब हम ऐसा कर सकेंगे तो हम हिन्दू भी सम्पूर्ण संसार में सबसे अधिक आय वाले देश की कतार में शामिल हो सकते हैं और आगले मात्र 15 से 20 वर्षों में ही अमेरिका, चीन, जापान, रूस आदि को पीछे छोड़ कर सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता रखते हैं। वर्तमान परिस्थितियों को देखने से ऐसा लगता है मानों हमारी सरकारें हमारे ही खिलाफ किसी षड्यंत्र के तहत हमारे ही मठों तथा मंदिरों से प्राप्त आय का इस्तमाल करती प्रतीत हो रहीं हैं।
श्री अंकुर शर्मा एवं श्री संदीप देव का एकमत से यही कहना है कि “एकम सनातन भारत” दल के ‘सप्त सिद्धांत’ स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं की हमारा मूल उद्देश्य और मूल मकसद क्या है? इसलिए हर सनातनधर्मी को इससे स्वयं ही जुड़ जाना चाहिए ताकि हम अपने मूल धर्म और मूल भूमि के साथ प्रकृति को भी बचा सकें।
– अजय चौहान