धर्म भूमि भारत में मोक्षदायनी गंगा आजादी के बाद से ही उल्टी बह रही है कि भारत भूमि पर सनातन संस्कृति परम्परा के तपस्वी सन्तों द्वारा करोड़ों युवा, युवतियों को चरित्रवान बनाया, लाखों-करोड़ों घर बसाए, करोड़ों को जीवन जीना सिखाया। आज उन्हीं का इस राष्ट्र में अपमान हो रहा है, उनके मठ-मन्दिरों को जहरीले कानून के माध्यम से सरकारों द्वारा कब्जा कर लिया गया है जिसके कारण सनातन संस्कृति सिमट कर निर्जीव होती जा रही है और मठ तथा मन्दिरों के धन का इस्तेमाल मस्जिदों और चर्च के विकास पर खर्च किया जा रहा है।
दूसरी तरफ इस राष्ट्र में वालीवुड के अभिनेता व अभिनेत्रियों द्वारा लोगों का चरित्र वर्बाद करने के नये-नये तौर-तरीकों द्वारा चल चित्र, सिनेमा, सीरियलों के माध्यम से चाल-चलन, चरित्र को वर्बाद किया जा रहा है, करोड़ों घर वर्बाद हो रहे हैं, आश्चर्य है कि ऐसे हीरो, हीरोइनों को भारत सरकार पद्मश्री, पद्म विभूषण से सम्मानित कर रही है जबकि सन्तों ने करोड़ों भारतवासियों को स्वदेशी के सिद्धांतों पर चलाकर पिछले कई दशकों से अरबों-खरबों रुपये विदेश जाने से रोका। लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किया, आज उन्हीं का अपमान हो रहा है।
विदेशी कंपनियों द्वारा टीवी चैनलों पर विज्ञापन देकर करोड़ों भारतवासियों को मूर्ख बनाकर भारत के अरबों-खरबों रुपये विदेशी कंपनियों को लूटने में मदद की, उन्हें भारत की जनता सम्मान दे रही है।
लानत है ऐसे देशवाशियों पर। ये जो उलटी गंगा बह रही है अगर सीधी नहीं हुई तो बची हुई सनातन परंपरा भी समाप्त हो जायेगी। अतः समय आ गया है कि सद्चरित्रता का मार्ग दिखाने वाले सन्तों को भी सम्मान दें, और जो लोग भी हमारे चरित्र, हमारे सनातन संस्कृति के साथ खिलवाड़ करते हैं उनका उग्र विरोध व बहिष्कार करें।
– आचार्य नन्द किशोर
श्री राधेश्याम मंदिर चेन्नई में श्रावण महोत्सव
आया है अवसर शिव को रिझाने का, शिव की भक्ति से शिवत्व को पाने का, अमूल्य है श्रावण महोत्सव, होगा जग कल्याण। बड़े ही भाव भक्ति के साथ आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा शनिवार 24 जुलाई 2021 को गुरु पूर्णिमा हर्षोल्लास के साथ अपने पूर्वाचार्य सदगुरुओं (पंडित राम प्रपन्न स्वामी जी, पंडित राघवेंद्र प्रपन्न स्वामी जी, पंडित दामोदर प्रपन्न स्वामी जी, पंडित उद्धव प्रपन्न स्वामी जी, पंडित ब्रिज किशोर स्वामी जी) के वर्तमान गादी पति/उत्तराधिकारी श्री राधे श्याम मंदिर (चेन्नई) के परम पूज्य सदगुरुदेव अनंतश्री विभूषित पंडित सत्यम प्रपन्न स्वामी जी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ और इस मास में किया गया अनुष्ठान विशेष फलदायी होकर सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है।
मान्यता है कि भगवान शिव इस माह में प्रकृति का दर्शन करने के लिए धरती पर आते हैं। चारों तरफ हरियाली देखकर वे बहुत प्रसन्न होते हैं। इस समय भगवान भोलेनाथ की आराधना का विशेष फल मिलता है इसलिए पूरे माह सभी देवालय हर-हर भोले की गूंज से गुंजायमान रहते हैं। घरों में भी लोग उनकी पूजा करते हैं। इस महीने में पूजा-पाठ करने से भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा प्राप्त होती है।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रावण मास के विशेष काल में मास पर्यन्त (पूरे महीने) श्री राधे श्याम मंदिर,साहूकार पेट, चेन्नई में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा भगवान शिव का विशेष अनुष्ठान, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय मन्त्र जप, हवन का आयोजन एवम शाम आठ बजे से दस बजे रात्रि तक श्री राधे कृष्ण जी के झूलनोत्सव व भजन कीर्तन का कार्यक्रम श्री राधेश्याम भक्त मंडल द्वारा निर्धारित किया गया है, इस अति विशेष अवसर पर आप सभी अपने परिवार के कल्याण एवं भगवान की कृपा प्राप्ति हेतु दर्शनार्थ पधारें।
– श्री राधेश्याम भक्त मंडल, श्री राधेश्याम मंदिर चेन्नई