Skip to content
13 June 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • Uncategorized

आप जैसा विचार करेंगे, वैसा ही आपके साथ होगा…

admin 25 December 2022
Spread the love

कहा जाता है कि- ‘आप जैसा विचार करेंगे, जैसा बोलेंगे वैसा ही आपके साथ हो जाता है।’’ इस कहावत में कितनी सच्चाई है हमें इस एक ऐतिहासिक घटना से पता चलता है और सबक भी मिलता है कि कोशिश हमेशा परिणाम मिलने तक जारी रखना चाहिए। क्योंकि, दुनिया सिर्फ आपके उन परिणामों को ही जानती है, आपकी उन कोशिशों को नहीं जिनमें आपने कई वर्ष लगा दिये।

यहां हम इन उदाहरणों को चरितार्थ करती हुई एक घटना के रूप में देखें तो पता चलता है कि उस ऐतिहासिक घटना के अनुसार कहा जाता है कि आज से लगभग 1700 वर्ष पूर्व तक यहूदियों पर पहले तो ईसाईयों ने और फिर मुस्लिमों ने खुब अत्याचार किये थे। दुखी होकर यहूदियों को अपनी जन्मभूमि और पवित्र स्थान यरुशलम को छोड़कर दर-दर भटकना पड़ा था। उनमें से कई यहूदी तो भारत में भी आकर शरणार्थी बने थे। शरणार्थियों की जिंदगी जीने वाले उन यहूदियों की जब भी कभी, कहीं भी मुलाकात होती थी तो वे आपस में यही शब्द दोहराते थे कि- ‘अगले वर्ष यरुशलम में मिलेंगे,’ या फिर ‘जल्द मिलते हैं यरुशलम में।’

यहूदियों के उस अटल विश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही वर्ष 1948 में वे फिर से अपनी मात्रभूमि इजराइल और इसकी राजधानी यरुशलम में फिर से कब्जा कर पाने में सफल हो सके हैं। यहूदियों के लिए ऐसा इसलिए संभव हो पाया क्योंकि वे अपने उस सत्य को न तो भूल पाये और न ही अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से कभी पीछे हटने को तैयार हुए और न ही अपने अन्य साथियों को भूलने दिया।

यहां हम यह भी कह सकते हैं कि यदि आप अपने इतिहास को स्मरण रखते हैं तो इतिहास भी आपको स्मरण रखता है। अर्थात जिन्होंने भी अपने इतिहास को स्मरण रखा उन्होंने अपना खोया गौरव, अधिकार और ताकत को फिर से प्राप्त कर लिया।

लेकिन, भारत की वर्तमान परिस्थितियों और घटनाओं को देखते हुए हम भारतीयों के साथ समस्या ये है कि हम इतिहास को न सिर्फ पढ़ना भूल गये हैं बल्कि इतिहास की उन घटनाओं और तथ्यों से बचने भी लगे हें। ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि किसी सोये हुए व्यक्ति को तो उठाया जा सकता है लेकिन, जिसने सोने का नाटक कर रखा है उसको कौन उठाये?

– मनिषा ठाकुर, भोपाल

About The Author

admin

See author's posts

453

Related

Continue Reading

Previous: स्वामी दयानन्द सरस्वती जी के उत्तर में थी खजाने की जानकारी थी
Next: मोती कभी भी किनारे पर स्वयं नहीं आते…

Related Stories

Snakes research from Puranas
  • Uncategorized

Research on lifestyle of Snakes from Hindu Puranas

admin 22 March 2025
Mahakal Corridor Ujjain
  • Uncategorized

उज्जैन के रुद्र सरोवर का धार्मिक महत्त्व और आधुनिक दुर्दशा

admin 20 March 2025
Teasing to Girl
  • Uncategorized
  • विशेष

दुष्कर्मों का परिणाम और प्रायश्चित

admin 22 November 2024

Trending News

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास Natural Calamities 1

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

28 May 2025
मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है? 2

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

27 May 2025
आसान है इस षडयंत्र को समझना Teasing to Girl 3

आसान है इस षडयंत्र को समझना

27 May 2025
नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह Nave Word Medal 4

नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह

26 May 2025
युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है? war-and-environment-in-hindi 5

युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

23 May 2025

Total Visitor

077964
Total views : 141984

Recent Posts

  • वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास
  • मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?
  • आसान है इस षडयंत्र को समझना
  • नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह
  • युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved