अमेजन के घने जंगलों में आजकल कुछ ऐसा अजीबोगरीब हो रहा है कि वहाँ की पुलिस भी हैरान और परेशान हो चुकी है कि, आखिर वे यहाँ के जंगलों में रहने वाले लोगों के दावों की जांच करें या उनकी रक्षा करे?
दरअसल, ख़बरों के अनुसार कहा जा रहा है कि आजकल अमेजन के घने जंगलों से सटे गाँवों और क्षेत्रों के लोगों को कुछ ऐसे प्राणियों ने परेशान कर के रखा है जिनके बारे में खुद पुलिस भी मान रही है कि उन्हें आज से पहले कभी किसी ने नहीं देखा और ना ही उनके बारे में कभी सूना था। इसीलिए ऐसे विचित्र जीवों के लिए ‘प्रीडेटर’ (Predator) जैसे शब्दों का इस्तमाल किया जा रहा है।
दरअसल, अमेजन के जंगलों में रहने वाले कई स्थानीय लोगों ने पेरू में कुछ बड़े सिर और पीली आंखों वाले करीब 7 फीट से भी अधिक लंबे एलियंस के देखे जाने की सूचना दी है। और ये दावे प्रशांत महासागर के किनारे बसे पेरू देश की राजधानी लीमा शहर के उत्तर-पूर्व में स्थित ‘आल्टो नाने क्षेत्र’ के ग्रामीण लोगों की ओर से किए गए हैं। ग्रामीणों का दावा है कि एक ‘मॉन्स्टर’ ने 15 साल की एक लड़की पर हमला कर दिया और उसकी गर्दन काट दी। जबकि दूसरी खबर के अनुसार, एक अन्य स्थानीय ग्रामीण के सिर पर भी किसी ‘एलियंस’ के द्वारा हमला किये जाने की सूचना मिली है।
आखिर क्यों जिंदा होने लगे हैं लाखों वर्षों से दबे प्राचीन रोगाणु?
‘द सन’ नामक एक प्रसिद्द अखबार की खबर के अनुसार, कुछ शिकारियों ने अपनी बंदूकों से इन ‘प्रीडेटर’ प्राणियों पर गोलीबारी भी की थी, लेकिन उनका कहना है कि मानव हथियारों का उन पर कोई असर नहीं हुआ। जबकि कुछ ग्रामीणों का कहना है कि वे प्राणी अपनी इच्छा से गायब होने में भी सक्षम हैं। यहाँ के ग्रामीण समुदाय के जाइरो रेतेगुई एविला नामक नेता का कहना है कि- हो सकता है कि ये ‘प्राणी’ किसी बाहरी अंतरिक्ष से आए हैं।
उधर पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों से हमें अलग-अलग प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त हो रही हैं, जिनमें से कुछ का कहना है कि वे एलियंस हैं तो कुछ का कहना है कि ‘प्राचीन लोककथाओं में हमको जिन ‘प्रीडेटस’ जीवों के बारे में पढने और सुनने को मिलता है ये कुछ कुछ वैसे ही हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है की हो सकता है कि अवैध खनन माफिया अक्सर पोशाक और मुखौटे पहन कर स्थानीय लोगों को डराने के लिए ऐसी हरकतें करते रहते हैं। क्योंकि ग्रामीणों ने भी यही बताया है कि उनके सिर एक आम इंसान से अधिक लंबे हैं और उनके चहरे ऐसे दीखते हैं जैसे मुखौटा पहनते हैं।
विषय की गंभीरता को देखते हुए कुछ एक्सपर्ट लोगों ने यह भी कहा है की यह एक प्रकार से ‘मास हिस्टीरिया’ यानी मानसिक दुविधा या अंतरद्वंद्व भी होता है जो शारीरिक लक्षण या मानसिक स्थिति में होने वाले बदलावों के कारण ऐसे बर्ताव का रूप लेकर सामने आ जाता है।
लेकिन, अधिकतर स्थानीय और जानकार लोगों का कहना है कि हो सकता है कि यहाँ एलियंस ने अपना डेरा डाला हो। क्योंकि उन प्राणियों की पोशाक भी सबसे अलग दिखती है और उनके जूते गोल आकार के हैं जिनमें से हल्की लाल रोशनी जैसे निकलती है। ग्रामीणों ने उन्हें जमीन से करीब एक से दो मीटर ऊँचे उठकर हवा में बहुत तेज़ी के साथ उड़ते हुए भी देखा है।
स्थानीय लोगों में इन घटनाओं से इतना डर पैदा हो गया है कि उन लोगों ने अपने क्षेत्र में सैन्य बल तैनात करने की मांग तक कर डाली है। हालाँकि, उन घुसपैठियों को पकड़ने के लिए स्थानीय ग्रामीण लोग अपनी बंदूकों के साथ लगातार गश्त लगा रहे हैं। जबकि, पुलिस और नौसेना मिलकर अब ग्रामीणों के उन दावों की जांच भी कर रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों के नेताओं ने कहा है कि ये ‘अजीबोगरीब प्राणी’ 11 जुलाई से उन्हें डराते आ रहे हैं।
दरअसल, स्थानीय ग्रामीणों के दावों और उनके साथ घटित घटनाओं के अनुसार उनके समुदाय की एक किशोरी पर हुए हमले की सूचना मिलने के बाद यहाँ की पुलिस ने एक स्पीडबोट से क्षेत्र का दौरा भी किया था। डॉक्टरों ने उस लड़की के खून से लथपथ गले में लगी चोट को भी देखा है लेकिन वे यह नहीं बता पाये हैं की यह चोट कैसे लगी होगी या कौन से हथियार से लगी होगी?
– dharmwani.com