Skip to content
15 May 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • अवसरवाद

‘सेवा ही संगठन’ को चरितार्थ करती भाजपा

admin 14 July 2021
BJP Rally and workers
Spread the love

कोरोनाकाल में जब सभी दलों के नेता एवं कार्यकर्ता घरों में बैठकर केन्द्र सरकार को कोस रहे थे, ऐसे कठिन समय में भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने जनता के बीच आकर पीड़ितों, कमजोर तबकों एवं जरूरतमंदों की सेवा की।

कोरोनाकाल में कोरोना से बैकुंठ की यात्रा पर जाने वाले नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की संख्या सबसे अधिक भाजपा की है। उसका कारण यही है कि जो सड़क पर रहा, वही सबसे अधिक संक्रमित हुआ। इस दृष्टि से राजधानी दिल्ली की बात की जाये तो दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘सेवा ही संगठन’ के तहत अनेक कार्यों को अंजाम दिया।

कोरोना की दूसरी लहर के समय जरूरतमंदों को आक्सीजन, इंजेक्शन एवं दवाओं की व्यवस्था से लेकर मास्क, भोजन वितरण, सूखा राशन, रक्तदान शिविर लगाने, सेनिटाइजर, देने सहित अन्य प्रकार से लोगों की मदद में लगी रही। आज भी पार्टी उसी पर चलने का कार्य कर रही है। जिस समय राजधानी दिल्ली में कोरोना वाइरस का संक्रमण चरम पर था, उस समय भी नेता वर्चुवल बैठकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते रहे। ऐसे समय में भी भाजपा ने ‘मेरा बूथ कोरोना मुक्त’ और ‘वैक्सीनयुक्त’ अभियान चलाया, जिसका परिणाम आज सबके सामने है।

पार्टी ने अपने आचरण, कर्म एवं व्यवहार से यह साबित किया है कि संगठन सिर्फ सत्ता का माध्यम नहीं है बल्कि सेवा का सबसे बड़ा आधार है। हमारे शीर्ष नेता अक्सर यह बात कार्यकर्ताओं को बताते रहते हैं कि हम सिर्फ सरकार बनाने के लिए राजनीति नहीं करते हैं, बल्कि राजनीति के माध्यम से समाज बनाने का कार्य करते हैं। सेवा कार्यों की दृष्टि से यदि सभी दलों का मूल्यांकन किया जाये तो भाजपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसके कार्यकर्ता एवं नेता जान हथेली पर रखकर सेवा कार्यों में लगे रहे।

वास्तव में किसी भी दल, नेता, कार्यकर्ता एवं समाजसेवी की वास्तविक परख आपदाकाल में होती है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से उपजे आपातकाल में भी भारतीय जनता पार्टी ने लोगों को न सिर्फ धैर्य एवं साहस से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया बल्कि आम लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

पार्टी ने सेवा को ही अपना परम धर्म एवं कर्तव्य मानकर सेवा कार्यों को अंजाम दिया। लोगों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो, इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने नवंबर माह तक देश के अस्सी करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का ऐलान किया तथा जनहित के लिए अन्य योजनाओं की घोषणा कर पीड़ितों को सहायता पहुंचाई है। यह राशन नियमित रूप से मिलने वाले राशन से अलग है।

राज्य सरकारों की समस्याओं का समाधान करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों को वैक्सीन लगवाने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है। वास्तव में देखा जाये तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आपदाकाल में जिस तरह इंसानियत, मानवता एवं संवेदनशीलता का परिचय दिया है वह अपने आप में बेमिसाल है। कुल मिलाकर बिना किसी लाग-लपेट के यह कहा जा सकता है कि भाजपा ने संगठन के माध्यम से सेवा का जो व्रत लिया है उससे देश के समाजसेवियों को एक नई दिशा मिलेगी और इस दृष्टि से भाजपा ने पूर्ण रूप से यह साबित किया है कि वास्तव में वह ‘सेवा ही संगठन’ की भावना को भली-भांति चरितार्थ कर रही है।

– हिमानी जैन

About The Author

admin

See author's posts

3,084

Related

Continue Reading

Previous: युवा पीढ़ी को और अधिक संस्कारित करने की आवशयकता
Next: Exploitation: सर्वत्र शोषण ही शोषण

Related Stories

tirange ka apamaan - insult tricholor
  • अवसरवाद
  • विशेष
  • षड़यंत्र

तिरंगे का अपमान देखो और राष्ट्रवाद का धतूरा चाटते रहो

admin 21 February 2024
Narendra Modi_PM of Bharat
  • अवसरवाद
  • मन की बात
  • राजनीतिक व्यक्तित्व

धर्म युद्ध में मोदी भारी…

admin 8 February 2024
Ram Mandir BJP RSS and modi against hinduism
  • अवसरवाद
  • धर्मस्थल
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

राम मंदिर के बहाने बीजेपी का सनातन से विद्रोह

admin 20 January 2024

Trending News

कन्या के नामकरण को लेकर मनुस्मृति क्या कहती है? What does Manu Smriti say about the names of girls 1

कन्या के नामकरण को लेकर मनुस्मृति क्या कहती है?

9 May 2025
श्रीहरिवंशपुराण में क्या लिखा है? Harivansh Puran 2

श्रीहरिवंशपुराण में क्या लिखा है?

20 April 2025
कोई राजनीतिक दल गाय के पक्ष में नहीं, अब ये स्पष्ट हो गया है  ham vah hain jinakee pahachaan gaatr (shareer) se nahin apitu gotr (gorakshaavrat) se hai 3

कोई राजनीतिक दल गाय के पक्ष में नहीं, अब ये स्पष्ट हो गया है 

16 April 2025
‘MAAsterG’: जानिए क्या है मिशन 800 करोड़? Masterg 4

‘MAAsterG’: जानिए क्या है मिशन 800 करोड़?

13 April 2025
हम वह हैं जिनकी पहचान गात्र (शरीर) से नहीं अपितु गोत्र (गोरक्षाव्रत) से है ham vah hain jinakee pahachaan gaatr (shareer) se nahin apitu gotr (gorakshaavrat) se hai 5

हम वह हैं जिनकी पहचान गात्र (शरीर) से नहीं अपितु गोत्र (गोरक्षाव्रत) से है

30 March 2025

Total Visitor

077472
Total views : 140809

Recent Posts

  • कन्या के नामकरण को लेकर मनुस्मृति क्या कहती है?
  • श्रीहरिवंशपुराण में क्या लिखा है?
  • कोई राजनीतिक दल गाय के पक्ष में नहीं, अब ये स्पष्ट हो गया है 
  • ‘MAAsterG’: जानिए क्या है मिशन 800 करोड़?
  • हम वह हैं जिनकी पहचान गात्र (शरीर) से नहीं अपितु गोत्र (गोरक्षाव्रत) से है

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved