– ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। भारत भर में 21 जून को आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर के साथ उत्तम नगर में भी योग साधकों द्वारा पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। दिल्ली के उत्तम नगर के मोहन गार्डन के केएमआई इंटरनेशनल केंद्र के नटराज नृत्य कला केंद्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।
योग का अभ्यास शरीर और मस्तिष्क की सेहत के लिए फायदेमंद है। योग शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति भी देता है। भारत में ऋषि मुनियों के दौर से योग होता आ रहा है। योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जो अब विदेशों में भी फैल गया है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से प्रेरणा –
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगा संस्थापक, टिचर कुसुम द्रिवेदी ने योग साधकों द्वारा योगाभ्यास करवाया और कहा कि योग साधना लोगों को निरोग रखने में सक्षम है इसलिए सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से प्रेारणा लेते हुए रोजाना नित्य नियम योग अपने जीवन में अपनाना चाहिए। योग मानव के शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
एक अमूल्य प्राचीन प्रथा है योग –
कुसुम द्रिवेदी ने बताया कि एक अमूल्य प्राचीन प्रथा है। यूं तो योग की महत्व किसी से छुपा नहीं है लेकिन इसका महत्व तब बढ़ गया जब कोरोना के कारण सभी घरों में बैठकर तनाव से ग्रस्त हो गए थे और लोगों की आवाजाही बंद हो गई थी। ऐसे मे मन को शांत रखने और शरीर को दुरुस्त रखने में योग ने ही मदद की थी। जीवन में योग के इसी महत्व को दर्शाको के लिए पूरा विश्व इंटरनेशनल योगा डे मनाता है।
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योग दिवस की शुरुआत –
आज विश्व भर में लोग स्वस्थ रहने के लिए योगाभ्यास कर रहे हैं। योग का महत्व कोरोना काल में और अधिक बढ़ गया। जब कोविड लॉकडाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते थे। जिम बंद हो गए थे तब लोगों ने मन को शांत रखने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए घर पर ही योगाभ्यास किया। लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 में हुई। जब पहली बार पूरी दुनिया में योग दिवस एक साथ मनाया गया।
योग दिवस पहली बार कब मनाया गया –
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया गया। अगले ही साल 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया।
21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस –
साल 2015 में 21 जून को योग दिवस मनाने का फैसला लिया गया। सवाल है कि 21 जून को ही योग दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे एक खास वजह है। 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।