Skip to content
2 July 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • मन की बात

विकास के अवसर सभी को समान रूप से मिलने चाहिए

admin 11 September 2021
education & technology in India
Spread the love

कोई खा-खाकर परेशान हो और कोई खाने बिना मरने की स्थिति तक पहुंच जाये, इस स्थिति से अब राष्ट्र एवं समाज को निकलने की आवश्यकता है किन्तु एक बात का ध्यान रखने की आवश्यकता है कि सभी को विकास के अवसर समान रूप से मिलें।

अपने देश में बार-बार इस बात की चर्चा होती रहती है कि वास्तव में यदि आरक्षण की आवश्यकता है तो उसका आधार आर्थिक होना चाहिए। अव्वल तो यह है कि आरक्षण होना ही नहीं चाहिए किन्तु एक बात की विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता है कि संसाधनों के अभाव में किसी का विकास रुक न जाये। कुल मिलाकर कहने का आशय यह है कि प्रतिभा का सम्मान हो, इस दिशा में अब कदम बढ़ाने की आवश्यकता है।

आज समाज में ऐसी स्थिति उत्पन्न होती जा रही है कि इलाज के अभाव में तमाम लोग असमय काल के गाल में समाते जा रहे हैं। कारणों पर यदि विचार किया जाये तो स्पष्ट रूप से देखने में आता है कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं इतनी अच्छी नहीं हैं कि सभी को उचित समय पर उचित इलाज मिल पाये, दूसरी तरफ निजी स्वास्थ्य सेवाएं इतनी महंगी हैं कि वहां इलाज करवा पाने में मात्र कुछ ही लोग समर्थ हैं।

आज में आवश्यकता इस बात की है कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का विकास युद्ध स्तर पर किया जाये जिससे सामान्य से सामान्य व्यक्ति को समय से इलाज मिल सके अन्यथा लोग इलाज के अभाव में मरने के लिए विवश होंगे।

– सोनू मिरोठा

About The Author

admin

See author's posts

1,421

Related

Continue Reading

Previous: सुशासन के प्रबल पक्षधर थे कल्याण सिंह
Next: मानवता के लिए- शक्ति का सदुपयोग हो न कि दुरुपयोग…

Related Stories

Villagers under a tree in India
  • मन की बात
  • स्वास्थ्य

निरपेक्ष आर्थिक विकास के मार्ग पर भारत

admin 25 February 2025
Human kind towards animals
  • पर्यावरण
  • मन की बात
  • विशेष

मानव का प्राणियों के प्रति प्रेम कम होना सृष्टि के लिए घातक…

admin 5 June 2024
Naukaree hee kyon jaruri
  • मन की बात
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष

आजीविका के लिए नौकरी ही क्यों…?

admin 5 June 2024

Trending News

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास Natural Calamities 1

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

28 May 2025
मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है? 2

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

27 May 2025
आसान है इस षडयंत्र को समझना Teasing to Girl 3

आसान है इस षडयंत्र को समझना

27 May 2025
नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह Nave Word Medal 4

नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह

26 May 2025
युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है? war-and-environment-in-hindi 5

युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

23 May 2025

Total Visitor

078234
Total views : 142686

Recent Posts

  • वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास
  • मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?
  • आसान है इस षडयंत्र को समझना
  • नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह
  • युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved