जिस प्रकार से शरीर को सुंदर रखने के लिए विभिन्न प्रकार के काॅस्मेटिकस का उपयोग किया जाता है उसी प्रकार से शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी इसके अंदर मौजूद हड्डियों की मजबूती और उनके विकास के लिए आवश्यक प्रकार के खाद्य पदार्थों के हम यह कार्य कर सकते हैं। हमारे आस-पास तमाम प्रकार के प्राकृतिक खनिज हैं जिनसे हम उचित मात्रा में कैल्शियम प्राप्त कर सकते हैं।
कैल्शियम की कमी के विकार –
कैल्सियम हमारे शरीर के विकास की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और न सिर्फ हड्डियों की ताकत को बनाए रखता है बल्कि उनमें होने वाले भविष्य के कई प्रकार के विकारों या नुकसान को रोकने में भी मदद करता है।
कैल्सियम का काम होता है कि यह हड्डियों के कम घनत्व और कमजोर हड्डियों के विकारों को भी रोकता है। यहां ध्यान देेने वाली बात ये भी है कि कैल्शियम की कमी से न सिर्फ हड्डियां कमजोर होती है को बल्कि मानसिक और व्यवहार से संबंधित विकारों को भी जन्म देती है।
अन्य कृत्रिम उपाय –
दूध में कैल्शियम प्राकृतिक रूप से भारी मात्रा में मौजूद होता है। बावजूद इसके कई लोग लैक्टोज के प्रति आकर्षित होते हैं। लैक्टोज दूध में पाया जाने वाला एक खतरनाक चीनी घटक होता है। अधिकतर लोग लैक्टोज वाले दूध को पूरी तरह से पचा नहीं पाते हैं जिसका नतीजा होता है कि उन्हें दस्त लगना, पेट में गैस बनना और सूजन जैसी समस्या से जुझना पड़ता है। इसके अलावा कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए अन्य कई प्रकार की एलोपेथी दवाएं खाने या पीने के कारण अन्य प्रकार के साइड इफैक्ट देखे जाते हैं।
प्राकृतिक कैल्शियम –
जो लोग उचित मात्रा में दूध नहीं ले सकते हैं या जहां दूध उपलब्ध नहीं हो पाता है उनके लिए शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बनाए रखने के लिए कुछ अन्य प्राकृतिक उपचार भी मौजूद हैं –
1. सूरज की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा और हर जगह उपलब्ध स्रोत है।
2. केला कैल्सियम और फास्फोरस का एक प्रमुख प्राकृतिक स्रोत होता है।
3. शहद और नींबू का रस पीना भी कैल्सियम का प्राकृतिक स्रोत है।
4. सोया और दूध से बने अन्य उत्पाद जैसे घी, दही भी कैल्शियम की कमी को पूरा करते हैं।
5. तिल का सेवन करना भी कैल्सियम के लिए मददगार साबित हो सकता है।
6. पालक और अन्य कई प्रकार की हरी सब्जियों में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है।
यदि आप कैल्सियम की कमी को दूर करने के लिए होम्योपैथिक दवाओं का सहारा लेना चाहते हैं तो यहां कुछ सामान्य होम्योपैथिक दवाओं के नाम दिए जा रहे हैं। हालांकि, आम तौर पर कोई भी दवाएं प्राकृतिक तौर पर कैल्सिम की पूरक नहीं हो सकतीं हैं लेकिन, होम्योपैथिक दवाएं उसमें कुछ हद तक कारगर साबित हो सकती हैं।
1. Calcarea phosphorica 3x & 6x – सामान्य मात्रा में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए यह सबसे अच्छी मानी जाती है।
2. Cochlearia Armoracia MT – कोक्लीयरिया आर्मोरेशिया एमटी – इसमें कैल्शियम की मात्रा भरपूर होता है।
3. Essentia Infantia – एस्सेन्टिया इन्फेंटिया – मेटाबाॅलिज्म यानी कि हमारे भोजन को ठीक प्रकार से पचाने के लिए तथा उसमें से कैल्शियम और आयरन जैसे आवश्यक पदार्थ को एनर्जी में बदलने के लिए यह दवा सबसे अच्छी मानी जाती है।
4. Symphytum Officinale – हड्डियों को जोड़ने और उन्हें मजबूत करने के लिए यह दवा सबसे अच्छी मानी जाती है।
अधिकतर डाॅक्टर कैल्शियम की कमी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए इन दवाओं की खुराक की सिफारिश करते हैं लेकिन यहां इस बात का भी ध्यान रखा जान चाहिएकि इन दवाओं के अत्यधिक सेवन से अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। हालाँकि कैल्सियम के लिए एक मात्र प्राकृतिक उपचार ही सबसे अच्छा होता है।
– प्रीति दिनेश, इंदौर (मध्य प्रदेश)