गुरु और शिष्य का सम्बन्ध संसार में सबसे अधिक विलक्षण होता है। शिष्य का सर्वांगीण हित केवल...
अध्यात्म
जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं – श्रीहरि स्त्रोतम (Shree Hari Stotram) जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं, शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालं नभोनीलकायं दुरावारमायं, सुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं...
संसार में सब जीव-जन्तु ‘प्राणी’ कहलाते हैं। जिनमें प्राण हैं, वे प्राणी हैं। सभी प्राणी सदा कुछ-...
अठारह महापुराणों में ‘गरुडमहापुराण’ का अपना एक विशेष महत्त्व है। इसके अधिष्ठातृदेव भगवान् विष्णु हैं, अतः यह...
धृतराष्ट्र ने विदुर जी से पूछा- शतायुरुक्तः पुरुषः सर्ववेदेषु वै यदा । नाप्नोत्यथ च तत् सर्वमायुः केनेह...
ज्योतिर्मठ, चमोली | 19 जून 2024 | इतिहास साक्षी है कि बदरिकाश्रम क्षेत्र भगवान नर-नारायण की तपस्थली...
मूल 18 पुराणों में विष्णु पुराण सर्वाधिक पुराना है। इसका प्रवचन वेदव्यास जी के पिता पराशर ऋषि...
तीर्थ हमारी सम्पत्ति हैं, इनके मूल रूप में कोई विकृति नही होना चाहिए : अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी
![Shankaracharya swami Avimukteshwaranand Saraswati Ji](https://i0.wp.com/dharmwani.com/wp-content/uploads/2024/05/Shankaracharya-swami-Avimukteshwaranand-Saraswati-Ji.jpg?fit=300%2C200&ssl=1)
तीर्थ हमारी सम्पत्ति हैं, इनके मूल रूप में कोई विकृति नही होना चाहिए : अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी
ज्योतिर्मठ | चमोली | 18 जून 2024 | ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य जी महाराज की “चमोली मंगलम्” यात्रा...
प्रश्न – निग्रहाचार्यों के द्वारा यदि अनुशासनहीनता हो अथवा वे अपने पद एवं शक्ति का ईर्ष्या -द्वेष...
पंचदिवसीय गौ संसद् और श्रीविद्या साधना शिविर का होगा आयोजन वाराणसी | परमाराध्य परमधर्मधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य...
बदरीनाथ धाम, चमोली | 17 जून 2024 | अद्भुत हिमालय की ऐतिहासिक तीर्थ दर्शन यात्रा के तीसरे...
एक राजा थे, उनका नाम था चक्रवेणु। वह बड़े ही धर्मात्मा थे। राजा जनता से जो भी...
पांच दिवसीय उत्तराखण्ड प्रवास पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु जी महाराज केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के कपाट उद्घाटन...
अजय चौहान | अमृतसर में स्थित दुर्गियाना माता मंदिर माता दुर्गा (Durgiana Mata Temple in Amritsar) का एक...
एक बार की बात है तीनों लोकों के भ्रमण में निरत दिव्यदर्शन देवर्षि नारद जी स्वेच्छानुसार पर्यटन...