22 February 2025

नारी जगत

छोडो मेहँदी खडक संभालोखुद ही अपना चीर बचा लोद्यूत बिछाये बैठे शकुनि,मस्तक सब बिक जायेंगेसुनो द्रोपदी शस्त्र...