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NUJI: निर्भीक पत्रकार की लेखनी से ही लोकतंत्र मजबूत होता है

admin 10 September 2023
Satish Poonia BJP Rajasthan with journalists in Jaipur
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राजस्थान के जयपुर में आयोजित हुए नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, इंडिया के राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन सत्र के मुख्य अतिथि के तौर पर राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राजस्थान विधानसभा सदस्य डाॅ. सतीश पूनियां ने स्वयं को मेजबान बताते हुए देश भर के 22 राज्यों से आए 1500 से अधिक पत्रकारों का स्वागत किया और कहा कि 90 के दशक में जब ऐसा अधिवेशन जयपुर में हुआ था तब वे छात्र संगठन के साथ जुड़े थे और कुर्सियां लगाई थी, आज इसी संगठन के तत्वावधान में हो रहे कार्यक्रम में वह मंच पर हैं।

उन्होंने इसे पत्रकारों की कलम की ताकत बताते हुए कहा कि वे स्वयं उदाहरण हैं कि कुर्सी लगाने वाले को आज उसी मंच की कुर्सी पर बैठाया गया है। उन्होंने कहा कि खेत में किसान का पसीना गिरता है तभी फसल लहराती है, सीमा पर जवान का शौर्य दमकता है तब देश सुरक्षित रहता है, नींव में श्रमिक का पसीना गिरता है तब बुनियाद मजबूत होती है, उसी तरह सच्चे और निर्भीक पत्रकार की कलम की स्याही जब कागज पर उभरती है, तब लोकतंत्र मजबूत होता है।

श्री पूनियां ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के बाद भी पत्रकार सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं, यह वाकई गहरी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि शौर्य की धरती राजस्थान से किए गए एन.यू.जे.आई. के शंखनाद में उनका पूरा सहयोग रहेगा। सच्ची और निर्भीक पत्रकारिता के लिए वे सदैव साथ खड़े नजर आएंगे। पत्रकार सुरक्षा के मुद्दे पर वे सदैव पत्रकारों के साथ हैं, उन्होंने कहा कि ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं को लेकर भी वे सहमत हैं और इसके निराकरण में भी वे सहयोग की भूमिका में रहेंगे।

डाॅ. पूनियां ने कहा कि पत्रकार जागरूकता का पर्याय हैं, गरीब की दबी हुई आवाज को मुखर करने वाली कलम है, पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए निस्वार्थ संघर्ष करने वाली ऊर्जा है। उन्होंने कहा कि कई लोगों का व्यक्तित्व स्वतः ही पत्रकारिता के गुणों वाला होता है। भारत की संस्कृति को सनातन बनाए रखने में पत्रकारिता का बड़ा योगदान है। जब कभी भी संस्कृति का हरास होने की स्थिति का भान होता है, तब पत्रकारिता अपनी लेखनी से जनजागरण की भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की के पथ पर बढ़ रहा है और आज का युवा इस गति को लेकर उत्साहित है।

पत्रकार सुरक्षा कानून, सम्मानजनक मानदेय, राष्ट्रीय पत्रकार रजिस्टर आदि मुद्दों को लेकर हो रहे इस दो दिवसीय अधिवेशन में पत्रकार की भूमिका को उन्होंने हर काल में चुनौतीपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग आने के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में भी कई बदलाव आए हैं। आज आवश्यकता है कि पत्रकारों को प्रासंगिक पत्रकारिता से जुड़ना होगा। उन्हें लगातार रिलेवेंट बना रहना पड़ेगा, इतिहास जानता है कि जो रिलेवेंट नहीं रहा, उसका विकास नहीं हो सका, पत्रकारों को सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखनी होगी, अन्यथा इसमें जो चूका, उसे आने वाली पीढ़ियों को यह जवाब देना पड़ेगा कि जिनके हाथ में जन जागरण की जिम्मेदारी थी उस वक्त वह हाथ क्या कर रहे थे। उन्होंने पेड न्यूज के बढ़ते चलन पर भी चिंता जताते हुए कहा कि इस यथार्थ को पत्रकारिता जगत को स्वीकार करना पड़ेगा।

– जगदम्बा सिंह

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