इन दिनों पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी से झूलस रहा है। ऐसे में यदि आपको घर से बाहर निकलना हो तो ध्यान रखें कि आपके साथ पीने का पानी जरूर होना चाहिए। क्योंकि लगातार पसीना निकलते रहने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिसके बाद शरीर का तापमान बिगड़ने से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।
भीषण गर्मी (Hot summer days tips) में बाहर निकलने से पहले ध्यान रखें कि कभी भी खाली पेट ना निकलें। कुछ न कुछ भोजन या नाश्ता आदि खा कर ही निकलें। क्योंकि खाली पेट निकलने पर भी आपको लू लग सकती है।
दरअसल, शरीर में पानी की कमी होने पर पसीने के रूप में पानी हमारे शरीर से बाहर निकालना बंद कर देता है। और जब बाहर का तपमान 45 डिग्री के पार हो जाता है तब हमारे शरीर की कूलिंग व्यवस्था धीरे-धीरे ठप्प होने लग जाती है, और फिर हमारे शरीर का सामान्य रहने वाले 37 डिग्री तक के तापमान से ऊपर पहुंचने लग जाता है।
डाॅक्टरों के अनुसार हमारे शरीर का तापमान जब 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो रक्त अचानक गरम होने लगता है जिससे स्नायु कड़क होने लगते हैं और इसके कारण सांस लेने के लिए जरूरी स्नायु धीरे-धीरे काम करना बंद कर देते हैं।
दूसरे शब्दों में कहें तो शरीर के भीतर पानी कम होने से रक्त गाढ़ा होने लगता है और ब्लडप्रेशर कम हो जाता है, जिसके कारण शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे मस्तिष्क तक रक्त की सप्लाई धीरे-धीरे कम होने लग जाती है। ऐसी परिस्थिति में मरीज कोमा में भी जा सकता है और कुछ ही क्षणों में उसके अंग काम करना बंद कर देते हैं और मृत्यु तक भी हो सकती है।
इसलिए प्रयास करें कि चाहे आप घर में हों या कहीं ओर, थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहना चाहिए ताकि हर हाल में शरीर का तापमान 37 डिग्री तक बना रहे और किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
गर्मी से बचने के लिए यहां हम कुछ अन्य सावधानियों के तौर पर जरूरी टीप्स भी दे रहें हैं –
- अधिक तापमान का अंदाजा लगाने के लिए आप एक बिना प्रयोग की हुई मोमबत्ती को कमरे से बाहर खुले में या धूप में रख दें, यदि मोमबत्ती पिघल जाती है तो ये गंभीर स्थिति है।
- दोपहर के समय घर पर या छांव में ही रहने का प्रयास करें।
- 40 डिग्री के आस-पास तापमान हो तो यह शरीर में पानी की कमी की स्थिति उत्पन्न कर देगा।
- अधिक तापमान में स्वयं या किसी ओर को भी को पानी की कमी से ग्रसित न होने दें।
- अधिक तापमान के कारण किसी भी अवस्था में कम से कम 4 से 5 ली. पानी तो पीना ही चाहिए।
- अधिक तापमान में किडनी की बीमारी वाले प्रति दिन कम से कम 6 से 8 ली. पानी जरूर लें।
- जहां तक संम्भव हो अपने ब्लड प्रेशर पर नजर रखें और पानी पीते रहें।
- अधिक तापमान के कारण किसी को भी हीट स्ट्रोक हो सकता है इसलिए घबराएं नहीं।
- यदि आप अधिक तापमान वाली गर्मी चल कर आ रहे हैं तो तुरंत नहाने से बचें।
- साधारण ठंडे पानी से ही नहाएं।
- मांस-मदिरा का प्रयोग बिल्कुल ना करें।
- फलों और हरी सब्जियों को भोजन में ज्यादा स्थान दें।
- भरपेट भोजन ना करें, और ना ही खाली पेट रहें।
- मिर्च और मसालेदार या फिर चटपटे भोजन के सेवन से परहेज करें।
- फलों और हरी सब्जियों को भोजन में ज्यादा स्थान दें।
- पीने का पानी हमेशा अपने आसपास या साथ ही में रखें।
- घर के अंदर किसी भी स्थान पर या कमरों में कम से कम 2 आधे पानी से भरे और खुले यानी बिना ढके कुछ बर्तन या बाल्टी जैसे पात्रों को रख कर कमरे की नमी को कुछ हद तक बरकरार रखा जा सकता है।
- अपने होठों और आंखों को नम रखने का प्रयत्न करें।
– कीर्ति ठाकुर, इंदौर