Skip to content
31 July 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • श्रद्धा-भक्ति

हमारी आंतरिक शक्तियों का केन्द्र हैं दस महाविद्याएं | 10 Mahavidhya

admin 17 February 2021
Das Mahavidyas
Spread the love

अमृति देवी | हर व्यक्ति जन्म से मृत्यु तक के अपने सफर में अलग-अलग प्रकार की उलझनों से घिरा रहता है। व्यक्ति के मन में न जाने ऐसी कितनी ही आकांक्षाएं यानी इच्छाएं होती हैं जिनका पीछा या तो वह खुद कर रहा होता है या फिर वे इच्छाएं खुद भी उसका पीछा कर रही होती हैं। लेकिन, व्यक्ति का मन आकांक्षाओं से कभी भी खुश नहीं हो पाता।

यदि उन सभी आकांक्षाओं के प्रति अपने जीवन को समर्पित करना ही है, यानी उन इच्छाओं में उलझ कर ही रह जाना है, तो फिर इसके लिए एक नया रास्ता भी तो खोजा जाना चाहिए, जिसके माध्यम से उन आकांक्षाओं की पूर्ति भली प्रकार की जा सके और वह व्यक्ति अपने स्वयं के मोक्ष के लिए भी अपने आप को समर्पित कर सकें। तो इसके लिए एक नया रास्ता जो आप की सभी आकांक्षाओं पूर्ति भी कर सके और मोक्ष भी दिला सके वह है दस महाविद्याओं वाला रास्ता।

इन दस महाविद्याओं की शरण में जा कर, और इनकी साधना के माध्यम से मनुष्य इस लोक को ही नहीं, बल्कि परलोक को भी सुधार सकता है और अपनी हर प्रकार की उलझनों और आकांक्षाओं से छुटकारा पा कर प्रकृति की सभी शक्तियों और ब्रह्मांड के मूल रहस्यों को समझ सकता है।

देवी भागवत पुराण में वर्णित 108 शक्तिपीठ | List of 108 Shaktipeeth

दरअसल, महाविद्या, संस्कृत के दो शब्दों ‘महा‘ तथा ‘विद्या‘ से मिल कर बना है। इसमें ‘महा‘ अर्थात महान, विराट और विशाल, और ‘विद्या‘ का अर्थ ज्ञान से है। इन महाविद्याओं ने सदैव अच्छे विचारों का विकास किया है और शक्तिवाद के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है और इस संपूर्ण संसार को पोषित किया और बताया कि एक नारी ही सर्व शक्तिमान है।

इन 10 महाविद्याओं में 10 की संख्या का अपना एक महत्व है। ये सभी 10 महाविद्याएं आदि शक्ति माता पार्वती का ही रूप मानी जाती हैं। इन 10 महाविद्याओं के यानी देवियों के नाम- काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुरभैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला हैं।

हालांकि, कहीं-कहीं हमें इसमें 24 विद्याओं का भी वर्णन देखने को मिलता है। लेकिन, मुख्यरूप से ये दस महाविद्या ही प्रचलन में हैं और ये सभी देवियां साधारण से साधारण भक्तों को भी अचूक सिद्धि प्रदान करने वाली शक्तियां हैं।

हमारे शास्त्रों के अनुसार इन सभी दस महाविद्याओं में से यदि आप किसी भी एक देवी की यानी किसी भी एक देवी की नियमित तौर पर पूजा अर्चना करते हैं तो आप के जीवन में लंबे समय से चली आ रही किसी भी प्रकार की बाधा या फिर कोई भी ‍बीमारी, शनि का बुरा प्रभाव, बुरी घटनाएं या फिर तनाव जैसे तमाम तरह के संकट धीरे-धीरे अपना रास्ता बदल लेते हैं और दूर होते जाते हैं और आप खुद ही परम सुख और शांति का अनुभव करने लगते हैं।

हमारे अनेकों महान ऋषि-मुनियों तथा कई आम और साधारण व्यक्तियों ने भी इन दस माताओं की नियमित साधना की है और उन्होंने इसे कल्प वृक्ष के समान शीघ्र फलदायक और कामनाओं को पूर्ण करने में सहायक माना है।

About The Author

admin

See author's posts

3,845

Related

Continue Reading

Previous: ब्रह्मांड का उल्लेख केवल हिंदू धर्म में ही क्यों मिलता है? | Universe in Hinduism
Next: छत्तीसगढ़ में आज भी स्त्री-शक्ति परमशक्ति मानी जाती है

Related Stories

Importance of social service according to the scriptures and the Constitution
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

धर्मशास्त्रों और संविधान के अनुसार सेवा का उद्देश्य और महत्व

admin 26 July 2025
Masterg
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

‘MAAsterG’: जानिए क्या है मिशन 800 करोड़?

admin 13 April 2025
ham vah hain jinakee pahachaan gaatr (shareer) se nahin apitu gotr (gorakshaavrat) se hai
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

हम वह हैं जिनकी पहचान गात्र (शरीर) से नहीं अपितु गोत्र (गोरक्षाव्रत) से है

admin 30 March 2025

Trending News

शिरीष: सनातन में आस्था जाग्रत करने का प्रतिक Shirish Flowers and Tree Albizia lebbeck in India and in Hindu Dharm (भारत और हिंदू धर्म में शिरीष के फूल और पेड़ अल्बिज़िया लेबेक) 1
  • विशेष
  • स्वास्थ्य

शिरीष: सनातन में आस्था जाग्रत करने का प्रतिक

30 July 2025
धर्मशास्त्रों और संविधान के अनुसार सेवा का उद्देश्य और महत्व Importance of social service according to the scriptures and the Constitution 2
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • श्रद्धा-भक्ति

धर्मशास्त्रों और संविधान के अनुसार सेवा का उद्देश्य और महत्व

26 July 2025
पुराणों के अनुसार ही चल रहे हैं आज के म्लेच्छ Indian-Polatics-Polaticians and party workers 3
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष

पुराणों के अनुसार ही चल रहे हैं आज के म्लेच्छ

13 July 2025
वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास Natural Calamities 4
  • विशेष
  • षड़यंत्र

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

28 May 2025
मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है? 5
  • विशेष
  • षड़यंत्र

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

27 May 2025

Total Visitor

079250
Total views : 144472

Recent Posts

  • शिरीष: सनातन में आस्था जाग्रत करने का प्रतिक
  • धर्मशास्त्रों और संविधान के अनुसार सेवा का उद्देश्य और महत्व
  • पुराणों के अनुसार ही चल रहे हैं आज के म्लेच्छ
  • वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास
  • मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved