Skip to content
2 July 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • षड़यंत्र

सिर्फ हिंदू मंदिर ही धार्मिक नियंत्रण में क्यों?

admin 2 October 2022
Spread the love

 

सनातन संस्कृति का डंका पूरे विश्व में प्राचीन काल से ही बजता रहा है। समय-समय पर तमाम लुटेरों एवं आक्रांताओं ने सनातन संस्कृति को तहस-नहस करने की कोशिश की है। इसके बावजूद आज भी देश में सनातन संस्कृति की जड़ें काफी गहरी हैं किंतु
हिंदुस्तान में वर्तमान स्थिति में तमाम बड़े मंदिर सरकारी नियंत्रण में हैं। इससे मंदिर अपनी योजना के मुताबिक कुछ भी नहीं कर पाते हैं।

धार्मिक स्थलों को यदि नियंत्रण में लेना है तो सभी धर्म के धार्मिक स्थलों को लेना चाहिए। सिर्फ एक ही धर्म के धार्मिक केन्द्रों को
सरकारी नियंत्रण में लेना निहायत ही अनुचित है। हिंदू मंदिरों का पैसा यदि सरकार अपने मन मुताबिक खर्च करती है तो अन्य धर्मों का भी पैसा सरकारी सिस्टम के तहत खर्च होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो यह माना जाना चाहिए कि सरकार ने जान-बूझकर हिंदू धर्म को कमजोर करने का कार्य किया है और आज भी कर रही है। मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण से हिंदू समाज की भावनाओं को आघात पहुंचा है। नैतिकता के आधार पर सरकार का यह कर्तव्य बनता है कि वह हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करे अन्यथा सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों को सरकारी नियंत्रण में ले।

बिजली सब्सिडी के लिए अब आम जनता को फैलानी होगी झोली –
आजकल पूरे देश में रेवड़ी संस्कृति को लेकर चर्चा जोरों पर है। तमाम लोग कह रहे हैं कि यदि ऐसे ही रहा तो देश में आर्थिक संकट आ सकता है। इस विषय को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंतित है। अपने देश में एक प्राचीन कहावत है कि यदि किसी को बिना कुछ किये बैठकर खाने की आदत पड़ जाये तो वह कुछ नहीं करना चाहता है। वैसे भी जन कल्याणकारी योजनाएं सिर्फ उन्हीं के लिए होती हैं, जिन्हें इसकी जरूरत होती है।

एक तरफ से यदि सभी को जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने लगे तो व्यवस्था बिगड़ जायेगी। आजकल दिल्ली सरकार ने एक नया शिगूफा छोड़ दिया है कि यदि बिजली सब्सिडी का लाभ किसी को लेना है तो उसे फार्म भरना होगा यानी उसे दिल्ली सरकार के सामने झोली फैलाकर यह कहना पड़ेगा कि उसे बिजली सब्सिडी की जरूरत है। बिजली सब्सिडी के लिए सरकार के समक्ष जो झोली नहीं फैलायेगा, उसे नहीं मिलेगी।

किसी मुद्दे पर जनता की राय लेना बहुत अच्छी बात है किन्तु यदि सभी मामलों में ऐसा किया जाये तो ज्यादा अच्छा होगा। दिल्ली में शराब की दुकानें खोलने के मामले में सरकार ने जनता की राय लेना उचित नहीं समझा। कदम-कदम पर यह दोहरा रवैया ठीक नहीं है।

– आचार्य नंद किशोर, मिर्जापुर

About The Author

admin

See author's posts

435

Related

Continue Reading

Previous: क्षेत्रीय स्तर के अपराधों पर नियंत्रण जरूरी…
Next: थोड़ी-सी बरसात से डूबते शहर

Related Stories

Natural Calamities
  • विशेष
  • षड़यंत्र

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

admin 28 May 2025
  • विशेष
  • षड़यंत्र

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

admin 27 May 2025
Teasing to Girl
  • विशेष
  • षड़यंत्र

आसान है इस षडयंत्र को समझना

admin 27 May 2025

Trending News

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास Natural Calamities 1

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

28 May 2025
मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है? 2

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

27 May 2025
आसान है इस षडयंत्र को समझना Teasing to Girl 3

आसान है इस षडयंत्र को समझना

27 May 2025
नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह Nave Word Medal 4

नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह

26 May 2025
युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है? war-and-environment-in-hindi 5

युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

23 May 2025

Total Visitor

078235
Total views : 142700

Recent Posts

  • वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास
  • मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?
  • आसान है इस षडयंत्र को समझना
  • नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह
  • युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved