22 December 2024

धर्म

धृतराष्ट्र ने विदुर जी से पूछा- शतायुरुक्तः पुरुषः सर्ववेदेषु वै यदा । नाप्नोत्यथ च तत् सर्वमायुः केनेह...
प्रश्न – निग्रहाचार्यों के द्वारा यदि अनुशासनहीनता हो अथवा वे अपने पद एवं शक्ति का ईर्ष्या -द्वेष...
शाक्तसम्प्रदायोक्त राजदन्तोपासनान्तर्गत पञ्चसप्तद्वादशाग्निसाधनम् … राजदन्तोपासना क्या है? जैसे दृढ़ दांतों वाला व्यक्ति कठोर वस्तुओं को भी बलपूर्वक...
एक बार की बात है तीनों लोकों के भ्रमण में निरत दिव्यदर्शन देवर्षि नारद जी स्वेच्छानुसार पर्यटन...
विष्णु वंदना : शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्। लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् वन्दे विष्णुं भवभयहरं...