Skip to content
16 June 2025
  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

DHARMWANI.COM

Religion, History & Social Concern in Hindi

Categories

  • Uncategorized
  • अध्यात्म
  • अपराध
  • अवसरवाद
  • आधुनिक इतिहास
  • इतिहास
  • ऐतिहासिक नगर
  • कला-संस्कृति
  • कृषि जगत
  • टेक्नोलॉजी
  • टेलीविज़न
  • तीर्थ यात्रा
  • देश
  • धर्म
  • धर्मस्थल
  • नारी जगत
  • पर्यटन
  • पर्यावरण
  • प्रिंट मीडिया
  • फिल्म जगत
  • भाषा-साहित्य
  • भ्रष्टाचार
  • मन की बात
  • मीडिया
  • राजनीति
  • राजनीतिक दल
  • राजनीतिक व्यक्तित्व
  • लाइफस्टाइल
  • वंशवाद
  • विज्ञान-तकनीकी
  • विदेश
  • विदेश
  • विशेष
  • विश्व-इतिहास
  • शिक्षा-जगत
  • श्रद्धा-भक्ति
  • षड़यंत्र
  • समाचार
  • सम्प्रदायवाद
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
  • हमारे प्रहरी
  • हिन्दू राष्ट्र
Primary Menu
  • समाचार
    • देश
    • विदेश
  • राजनीति
    • राजनीतिक दल
    • नेताजी
    • अवसरवाद
    • वंशवाद
    • सम्प्रदायवाद
  • विविध
    • कला-संस्कृति
    • भाषा-साहित्य
    • पर्यटन
    • कृषि जगत
    • टेक्नोलॉजी
    • नारी जगत
    • पर्यावरण
    • मन की बात
    • लाइफस्टाइल
    • शिक्षा-जगत
    • स्वास्थ्य
  • इतिहास
    • विश्व-इतिहास
    • प्राचीन नगर
    • ऐतिहासिक व्यक्तित्व
  • मीडिया
    • सोशल मीडिया
    • टेलीविज़न
    • प्रिंट मीडिया
    • फिल्म जगत
  • धर्म
    • अध्यात्म
    • तीर्थ यात्रा
    • धर्मस्थल
    • श्रद्धा-भक्ति
  • विशेष
  • लेख भेजें
  • dharmwani.com
    • About us
    • Disclamar
    • Terms & Conditions
    • Contact us
Live
  • तीर्थ यात्रा
  • पर्यटन

Omkareshwar Yatra: श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए कैसे जायें, कहां रूकें?

admin 10 January 2022
Omkareshwar_Jyotirlinga_2
Spread the love

अजय सिंह चौहान || अगर आप श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन करने के लिए जाने का मन बना रहे हैं तो यहां मैं इस यात्रा से संबंधित कुछ जरूरी और सबसे महत्वपूर्ण जानकारियां देने का प्रयास कर रहा हूं। उम्मीद है आप लोगों को इसका लाभ अवश्य मिलेगा।

श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Omkareshwar Jyotirling Yatra) मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के किनारे मन्धाता द्वीप पर स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में चैथे स्थान पर माना जाता है। इस ज्योतिर्लिंग की सबसे अनूठी बात यह है कि यहां दो ज्योतिस्वरूप शिवलिंग श्री ओंकारेश्वर और ममलेश्वर हैं। और ये दोनों ही शिवलिंग या ज्योतिर्लिंग किस एक मंदिर में या एक ही स्थान पर नहीं, बल्कि नदी के दो अलग-अलग किनारों पर स्थित हैं और दोनों ही मंदिरों में दर्शन करने पर यह यात्रा सफल मानी जाती है।

श्री ओंकारेश्वर में दो ज्योतिस्वरूप शिवलिंग श्री ओंकारेश्वर और ममलेश्वर क्यों है, इनकी क्या मान्यता है और इन दोनों ही मंदिरों की संरचना और इतिहास के बारे में मैंने अपने पिछले लेखों में विस्तार के इनके पौराणिक तथ्यों को बताया है जिका लिंक मैं यहाँ दे रहा हूँ : –

Omkareshwar Jyotirling : ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंग के पौराणिक रहस्य

 Omkareshwar : ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर संरचना का संपूर्ण इतिहास

Omkareshwar Jyotirling: श्री ओंकारेश्वर में दो ज्योतिर्लिंग मंदिरों के दर्शन कैसे करें ?

कैसे पहुंचे –
सबसे पहले बता दें कि मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित श्री ओंकारेश्वर का यह ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर से करीब 140 किलोमीटर और इंदौर शहर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर है।

अगर आप यहां रेल मार्ग से जाना चाहते हैं तो उसके लिए ओंकारेश्वर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन रतलाम-इंदौर-खण्डवा रेलवे लाईन पर ओंकारेश्वर रोड़ के नाम से बना हुआ है। ओंकारेश्वर रोड़ के नाम से इस रेलवे स्टेशन से, और खंडवा-इंदौर राजमार्ग या सड़क मार्ग से भी ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंग मंदिर की दूरी महज मात्र 12 किलोमीटर रह जाती है।

अगर आप इंदौर से या फिर उज्जैन से ओंकारेश्वर तक पहुंचना चाहते हैं तो बता दें कि उज्जैन और इंदौर से यहां तक सड़क के रास्ते पहुंचना भी बहुत आसान है।

अगर आप उज्जैन में श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के बाद सीधे ओंकारेश्वर पहुंचना चाहते हैं तो उज्जैन के बस अड्डसे से भी सीधे बसों की अच्छी सुविधा है। उज्जैन से ओंकारेश्वर (Omkareshwar) की लगभग 140 किलोमीटर की दूरी का आपको बस में 170 से 180 रुपये किराया लगता है।

और अगर आप इंदौर के रेलवे स्टेशन उतर उतरते हैं तो यहां से करीब आधा किलोमीटर दूर सरवटे नाम के बस अड्डे पर पहुंचना होता है। सरवटे बस अड्डे से ओंकारेश्वर तक के लिए करीब 90 रुपये तक का किराया लगता है। यहां से हर आधे-आधे घंटे में सीधे ओंकारेश्वर के लिए बसें मिल जाती है जो कम से कम 2 से ढाई घंटे में ओंकारेश्वर (Omkareshwar Yatra) बस अड्डे पर उतार देती हैं। अगर आप यहां से सीधे कार या टैक्सी के द्वारा भी जाना चाहें तो इसका किराया लगभग 2,500 तक लग सकता है।

Omkareshwar & Mamleshwar Jyotirlinga Darshan
ओंकारेश्वर और ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन

इसके अलावा अगर आप खण्डवा शहर की तरफ से भी आ रहे हैं तो यह दूरी लगभग 70 किलोमीटर है और यहां रेलवे या फिर बस के द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं।

आप चाहे बस से आ रहे हैं या फिर टैक्सी से, आपको किसी भी भाग से यहां आने पर ओंकारेश्वर (Omkareshwar) बस अड्डे पर उतारना होता है, और ओंकारेश्वर के बस अड्डे से मंदिर की पैदल दूरी मात्र ढेड किलोमीटर है। बस अड्डे से आपको लोकल आटो में 10 से 15 रुपये एक सवारी के किराये के हिसाब से नर्मदा नदी के किनारे तक जाना होता है।

यहां सड़क मार्ग से आवागमन की काफी अच्छी सुविधा है इसलिए आस-पास से आने वाले अधिकतर यात्री यहां के दर्शन करने के रात को ठहरना बहुत कम पसंद करते हैं। लेकिन, दूर-दराज के राज्यों से आने वाले अधिकतर यात्री अपनी थकान मिटाने के लिए यहां विश्राम जरूर करते हैं। और ऐसे यात्री यहां दर्शन करने से पहले रात्री विश्राम की अच्छी सुविधाओं को सबसे पहले ढूंढते हैं।

कहां ठहरें –
श्री ओंकारेश्वर में आपको रात को ठहरना है तो ध्यान रखें कि यह कोई बहुत बड़ा शहर नहीं है और ना ही कोई पांच सितारा होटल बने हुए हैं। लेकिन, यहां आने वाले हर प्रकार के तीर्थ यात्रियों के लिए उनके बजट के अनुसार कई समाजों और संस्थाओं के द्वारा लगभग 50 से भी अधिक छोटी-बड़ी धर्मशालाएं और आश्रम बने हुए हैं जहां आप ठहर सकते हैं।

Omkareshwar_Jyotirling Temple in Khandwa MP
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर

सबसे अच्छी सुविधाओं के तौर पर यहां, यानी श्री ओंकारेश्वर (Omkareshwar Stay) में रात को ठहरने के लिए श्री गजानन महाराज संस्थान की ओर से बहुत ही शानदार और बेहतरीन सुविधाओं से युक्त भक्त निवास बनाये गये हैं। श्री गजानन महाराज संस्थान ऐसे स्थान पर बना हुआ है जहां से ओंकारेश्वर के सारे प्रमुख मंदिर नजदीक हैं।

इस भक्त निवास में नाॅन ऐसी कमरे का किराया करीब 400 रुपये और ऐसी कमरे का किराया 950 रुपये तक में मिल जाता है। इसके अलावा भक्त निवास की केंटीन में मात्र 35 रुपये में एक दम शुद्ध और बहुत ही स्वादिष्ट भोजन की थाली भी मिल जाती है। यहां चाय, काॅफी और बच्चों के लिए दूध का भी बहुत अच्छा प्रबंध है।

अगर यहां किसी श्रद्धालु का बजट इससे भी थोड़ा ज्यादा या अच्छा है तो वे लोग मध्य प्रदेश राज्य टूरिज्म की ओर से बने नर्मदा रिसोर्ट में भी ठहर सकते हैं। नर्मदा रिसोर्ट में ठहरने के लिए आपको एसी कमरे का किराया 3,500 रुपये तक देना होगा और नाॅन एसी कमरे का किराया 1,500 रुपये तक है। अगर यहां आप डोरमेटरी में रहना चाहते हैं तो उसके लिए आपको 700 तक रुपये देने होंगे।

भोजन व्यवस्था –
अब रही बात भोजन व्यवस्था की तो बता दें कि यहां वैसे तो अनेकों होटल और ढाबे बने हुए हैं जहां आपको सस्ता-महंगा हर प्रकार का भोजन मिल जायेगा। लेकिन, अगर आपको पूरी तरह से सात्विक और शुद्ध शाकाहारी भोजनालय ही चाहिए तो इसके लिए आप चाहें तो श्री औंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर से करीब एक किलोमीटर दूर श्री औंकारेश्वर (Omkareshwar Mandir Trust) ज्योतिर्लिंग मंदिर ट्रस्ट की ओर से श्री औंकार प्रसादालय में बहुत ही कम दाम पर स्वादिष्ट और भरपेट भोजन का आनंद ले सकते हैं।

बता दें कि अगर आप श्री औंकार प्रसादालय में सुबह 10 बजे तक पहुंचते हैं तो आपको निःशुल्क खिचड़ी के रूप में प्रसाद मिल जायेगा। जबकि दोपहर के भोजन के लिए यहां 11 बजे से 3 बजे के बीच मात्र 20 रुपये में भरपेट भोजन का आनंद ले सकते हैं। और अगर आप यहां शाम को 7 बजे से रात 10 बजे तक पहुंचते हैं तो उसके लिए आपको यहां मात्र 10 रुपये में एक विशेष प्रकार की स्वादिष्ट खिचड़ी प्रसाद के रूप में मिलती है।

लेकिन, ध्यान रखें कि अगर आपको यहां कोई विशेष भोजन चाहिए तो उसके लिए आपको प्रति व्यक्ति के हिसाब से 50 रुपये का कूपन लेना होगा। श्री औंकार प्रसादालय में एक विशाल आकार वाला डायनिंग हाॅल तथा रसोईघर है जिसमें एक बार में सैकड़ों लोगों को भोजन उपलब्ध करावाया जा सकता है।

About The Author

admin

See author's posts

1,941

Related

Continue Reading

Previous: श्री ओंकारेश्वर में दो ज्योतिर्लिंग मंदिरों के दर्शन कैसे करें? | Omkareshwar Jyotirling
Next: Rani ki Bawdi : किसी तिलस्मी दुनिया जैसी दिखती है रानी की बावड़ी

Related Stories

Mahakal Corridor Ujjain
  • इतिहास
  • तीर्थ यात्रा
  • विशेष

उज्जैन का पौराणिक ‘रूद्र सरोवर’ आज किस दशा में है

admin 26 February 2025
JOGULAMBA SHAKTIPEETH TEMPLE
  • तीर्थ यात्रा
  • धर्मस्थल
  • विशेष

जोगुलम्बा शक्तिपीठ मंदिर: कब जायें, कैसे जायें, कहां ठहरें?

admin 25 November 2024
Chintamani Vinayak - Ishwar Gangi pond near Lahurabir
  • तीर्थ यात्रा
  • धर्मस्थल
  • विशेष

काशी के छप्पन विनायक मंदिर – उनके नाम और स्थान

admin 13 July 2024

Trending News

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास Natural Calamities 1

वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास

28 May 2025
मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है? 2

मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?

27 May 2025
आसान है इस षडयंत्र को समझना Teasing to Girl 3

आसान है इस षडयंत्र को समझना

27 May 2025
नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह Nave Word Medal 4

नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह

26 May 2025
युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है? war-and-environment-in-hindi 5

युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

23 May 2025

Total Visitor

078028
Total views : 142128

Recent Posts

  • वैश्विक स्तर पर आपातकाल जैसे हालातों का आभास
  • मुर्गा लड़ाई यानी टीवी डिबेट को कौन देखता है?
  • आसान है इस षडयंत्र को समझना
  • नार्वे वर्ल्ड गोल्ड मेडल जीत कर दिल्ली आने पर तनिष्क गर्ग का भव्य स्वागत समारोह
  • युद्धो और युद्धाभ्यासों से पर्यावरण को कितना खतरा है?

  • Facebook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram

Copyright ©  2019 dharmwani. All rights reserved